Dhoni: Felt: Sorry: RR Vs CSK: IPL 2019
आईपीएल 2025 से पहले एमएस धोनी का बड़ा खुलासा, बताया किस पल का है सबसे ज्यादा अफसोस
आईपीएल 2025 की शुरुआत 22 मार्च से होने जा रही है, लेकिन इससे पहले चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक ऐसा राज खोला है, जो उनके करियर में सबसे ज्यादा अफसोस भरा रहा। धोनी ने उस पल के बारे में बताया, जब उन्होंने मैदान पर अपना संयम खो दिया था।
2019 आईपीएल में गुस्से से भर गए थे धोनी
2019 में खेले गए चेन्नई सुपर किंग्स बनाम राजस्थान रॉयल्स के एक मैच में धोनी का गुस्सा फूट पड़ा था। यह घटना अंतिम ओवर में हुई, जब बेन स्टोक्स ने एक धीमी गेंद फेंकी, लेकिन वह उनके हाथ से फिसल गई और कमर तक ऊंची फुलटॉस हो गई।
स्ट्रेट अंपायर ने इसे नो-बॉल करार दिया, लेकिन स्क्वायर लेग अंपायर ने इस फैसले को पलट दिया। इस विरोधाभासी फैसले से धोनी इतने नाराज हो गए कि वह खुद मैदान में पहुंच गए और अंपायरों से बहस करने लगे। यह नजारा देखकर हर कोई हैरान रह गया, क्योंकि धोनी को आमतौर पर बेहद शांत और संयमित खिलाड़ी माना जाता है।
“वो मेरी सबसे बड़ी गलती थी” – धोनी
हाल ही में मंदिरा बेदी से बातचीत के दौरान जब धोनी से पूछा गया कि क्या वह कभी अपना आपा खो चुके हैं, तो उन्होंने साफ तौर पर स्वीकार किया कि ऐसा कई बार हुआ है। खासकर 2019 की यह घटना उनके लिए सबसे बड़ा अफसोस भरा पल था।
धोनी ने कहा,
“आईपीएल के उस मैच में मैं मैदान पर चला गया था। यह मेरी बहुत बड़ी गलती थी। लेकिन क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसमें भावनाएं बहुत हावी होती हैं, क्योंकि हर मैच जीतना जरूरी होता है।”
धोनी ने दी खास सलाह
धोनी ने इस बातचीत में युवाओं और क्रिकेटरों को एक खास सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि जब भी कोई गुस्से या निराशा में हो, तो चुप रहना और खुद को स्थिति से दूर ले जाना ही सबसे अच्छा तरीका है।
“जब आपको गुस्सा आए या आप निराश हों, तो सबसे बेहतर है कि आप अपना मुंह बंद रखें और खुद को स्थिति से दूर कर लें। गहरी सांस लें और अपने भावनाओं पर काबू पाएं, क्योंकि यही दबाव को संभालने का सही तरीका है।”
धोनी का यह बयान उनके शांत और संतुलित स्वभाव को दर्शाता है, लेकिन यह भी दिखाता है कि मैदान पर भावनाओं को काबू में रखना कितना मुश्किल हो सकता है।
