नई दिल्ली: धोनी, धोनी, धोनी। करोड़ों खेल प्रेमियों के चहेते महेंद्र सिंह धोनी अलग हैं, सबसे अलग हैं। उनके जैसा दूसरा ना कोई है और ना ही हो सकता है। आपको पहले बता दें कि यहां उके खेल या तेज दिमाग की तारीफ नहीं होने वाली है। बल्कि यहां माही के दिल की बात होगी, वो दिल जो हमेशा से भारतीय क्रिकेट के लिए धड़कता आ रहा है।
आपको पता होगा कि एम एस धोनी को आगामी वर्ल्ड-टी20 के लिए भारतीय टीम का मेंटॉर बनाया गया है। लेकिन धोनी ने मेंटर के तौर पर पदभार संभालने से पहले ही बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने बीसीसीआई को बता दिया है कि वह इस रोल के लिए किसी भी तरह की फीस नहीं लेने वाले हैं। इस बात की पुष्टि बीसीसीआई सचिव जय शाह ने की है।
गौरतलब है कि पांच साल बाद पहली बार वर्ल्ड-टी20 होने जा रहा है। 17 अक्टूबर से प्रतियोगिता की शुरुआत हो रही है। इसमें दो वॉर्म-अप मैच खेलने के बाद भारत का पहला मैच 24 अक्टूबर को पाकिस्तान के साथ है। इसके लिए भारतीय टीम का ऐलान सितंबर में ही हो गया है। बता दें कि टीम को लेकर सबसे बड़ी खबर ये रही कि धोनी का नाम इसमें शामिल था।
जी नहीं, एक खिलाड़ी के तौर पर नहीं लेकिन एक मेंटॉर के तौर पर धोनी को टीम के साथ जोड़ा गया। अब इसी कड़ी में धोनी की तरफ से बड़ा अपडेट आया है। दरअसल वह इस रोल के लिए कोई भी फीस नहीं ले रहे हैं। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने एएनआई को बताया कि एमएस धोनी टी-20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम के मेंटॉर के रूप में अपनी सेवाओं के लिए कोई मानदेय नहीं ले रहे हैं।
इस बात के बाहर आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर धोनी ट्रेंड कर रहे हैं। बता दें कि अभी तीन दिन भी नहीं हुए जब धोनी ने चेन्नई को दिल्ली के खिलाफ एक शानदार पारी के साथ मैच जिताया था। तब भी धोनी सोशल मीडिया में छा गए थे। एक बार फिर धोनी के चहेते तरह-तरह के पोस्ट कर रहे हैं। कई कह रहे हैं आप वाकई महान हैं तो कोई कह रहा है माही एक ही दिल है, कितनी बार जीतोगे।
बहरहाल धोनी के फीस ना लेने को बीसीसीआई का एकग मास्टरस्ट्रोक भी कहा जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि धोनी को मेंटॉर नियुक्त करने के कुछ ही घंटों बाद मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अधिकारी संजीव गुप्ता ने लोढ़ा कमिटी सुधारों का हवाला देते हुए, याद दिलाया था कि एक व्यक्ति दो पद पर नहीं रह सकता गौरतलब है कि धोनी चेन्नई के कप्तान भी हैं।
इस तरह से यह बीसीसीआई के संविधान की धारा 38 (4) का उल्लंघन है। मगर अब चूंकि धोनी मेंटॉर के रोल के लिए कोई फीस नहीं ले रहे हैं तो ये आरोप सरासर गलत साबित होते हैं। खैर धोनी का टीम के साथ जुड़ना खिलाड़ियों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। लाजमी सी बात है कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तानों में शुमार विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी की अगुवाई में भारत ने दो विश्व कप खिताब – दक्षिण अफ्रीका में 2007 टी-20 विश्व कप और भारत में 2011 वनडे विश्व कप जीते हैं।