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धौडगी गांव की मुदिता गैरोला को दीजिए बधाई, दिल्ली में बनी जज


Uttarakhand News: Success Story: Mudita Gairola: धौडगी गांव की बेटी ने हासिल की न्यायिक सेवा में सफलता
टिहरी जिले के कीर्तिनगर विकासखंड स्थित बढ़ियारगढ़ क्षेत्र के धौडगी गांव की निवासी मुदिता गैरोला का दिल्ली न्यायिक सेवा परीक्षा में चयन हुआ है। बचपन से ही पढ़ाई में अव्‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍त योगदान देने वाली मुदिता गैरोला ने जज बनने का सपना देखा था, और अपने इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने कठिन परिश्रम किया।

बीटेक से शुरू हुआ था सफर, फिर IIT खड़गपुर से लॉ की डिग्री
मुदिता ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा से ही अपनी मेधा और मेहनत का प्रदर्शन किया था। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन से बीटेक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, अपने जज बनने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने IIT खड़गपुर से कानून (Law) की डिग्री हासिल की। यह बदलाव उनके जीवन की एक बड़ी चुनौती और मील का पत्थर साबित हुआ।

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जज बनने का सपना पूरा करने के लिए कठिन मेहनत
मुदिता गैरोला का जज बनने का सपना बहुत पुराना था। इसे पूरा करने के लिए उन्होंने लगातार कड़ी मेहनत की। उन्होंने न सिर्फ दिल्ली न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की, बल्कि हरियाणा न्यायिक सेवा में भी साक्षात्कार दिया था। उनकी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें इस विशेष मुकाम तक पहुँचाया है।

परिवार का सहयोग और प्रेरणा
मुदिता के परिवार ने हमेशा उनका समर्थन किया। उनके पिता सुधीर गैरोला, जो एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया में महाप्रबंधक पद से रिटायर हुए हैं, ने हमेशा उन्हें प्रोत्साहित किया। वहीं, उनकी माता कल्पना गैरोला जो एक शिक्षिका हैं, ने मुदिता को शिक्षा के क्षेत्र में अपने पैरों पर खड़ा होने की प्रेरणा दी। मुदिता के चाचा मनोज गैरोला, जो न्यूज़ नेशन समाचार चैनल के एडिटर इन चीफ हैं, ने भी उन्हें अपने करियर में हमेशा सही मार्गदर्शन और प्रेरणा दी।

स्थानीय समुदाय में खुशी का माहौल
मुदिता की इस उपलब्धि से पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। उनके जज बनने से न केवल उनके परिवार को गर्व है, बल्कि स्थानीय समुदाय भी गर्व महसूस कर रहा है। उनका यह सफलता की कहानी अन्य महिलाओं और युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है। यह सफलता साबित करती है कि अगर किसी के अंदर मेहनत और लगन हो, तो वह किसी भी क्षेत्र में अपने सपने को पूरा कर सकता है, चाहे वह कोई भी हो।

महिला सशक्तिकरण की मिसाल
मुदिता गैरोला की सफलता महिलाओं के सशक्तिकरण की एक बेहतरीन मिसाल है। उन्होंने दिखा दिया कि महिला शक्ति के सामने कोई भी मुश्किल नहीं ठहर सकती। वे अपने परिवार, समाज और देश के लिए एक प्रेरणा बनकर उभरी हैं।

सफलता की नई दिशा और भविष्य की योजनाएं
अब मुदिता का उद्देश्य न केवल खुद को सफल बनाना है, बल्कि अपने जैसे अन्य युवाओं को भी प्रेरित करना है। उनकी यात्रा यह दिखाती है कि शिक्षा और कठिन मेहनत के साथ किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। महिलाएं अपने सपनों को पूरा करने के लिए अपने अंदर की शक्ति और आत्मविश्वास का इस्तेमाल कर सकती हैं।

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