हल्द्वानी: अगस्त महीने में दीक्षा शर्मा की हत्या ने पूरे नैनीताल को हिला कर रख दिया था। जन्मदिन पर अपने प्रेमी और दो दोस्तो के साथ घूमने पहुंची युवती की नैनीताल के होटल में हत्या कर दी गई थी। 14 अगस्त की घटना ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया था नैनीताल पहुंचने से पहले सभी लोग रामनगर भी गए थे। इसके बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर आरोपी को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया था। आरोपी के नाम ने पहले सभी को चौकाया था। परिचितों ने पुलिस को फरार आरोपी का नाम ऋषभ बताया था लेकिन बाद में वह इमरान निकला। जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र जोशी की अदालत ने इमरान को जमानत नहीं दी है।
आरोपी इमरान से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने नाम बदलकर दीक्षा शर्मा के साथ रहने और उसकी हत्या करने का जुर्म कबूला। उसने पुलिस को बताया कि दीक्षा के कहने पर भी उसने अपना नाम बदला था। मामले की गंभीरता को देखते न्यायालय ने आरोपित की जमानत अर्जी खारिज कर दी। इस मामले आरोपी ने पुलिस को खूब छकाया था। वो दीक्षा का मोबाइल और कार लेकर भाग गया। दोनो किसी अन्य व्यक्ति की कार घूमने के लिए लाए थे। आरोपी ने पुलिस को बताया कि किसी अन्य के साथ दीक्षा की बातें चल रही थी और इस वजह से विवाद होने पर उसने युवती की हय्या कर दी।