नैनीताल: प्रदेश में जितनी जोरो शोरो से आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियां की जा रही हैं। उतनी ही तेजी से कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। चुनावों के होने ना होने को लेकर हर तरफ चर्चाओं का बाजार गर्म है। इसी कड़ी में अब नैनीताल हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग से पूछा है कि क्या चुनावी रैलियां वर्चुअली और वोटिंग ऑनलाइन हो सकती है।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों की तैयारियां कहीं ना कहीं कोरोना के खतरे को और भी बढ़ा सकती है। खासकर रैलियों में लोगों की भीड़ के साथ ही नियमों की अवहेलना होती है। जिससे संक्रमण बढ़ने का खतरा रहता है। ऐसे में इन परीस्थितियों पर अब नैनीताल हाईकोर्ट ने भी सरकार व चुनाव आयोग से एक सवाल किया है।
दरअसल नैनीताल हाईकोर्ट ने ओमीक्रोन व कोरोना के मामले बढ़ने से विधान सभा के चुनाव व रैलियों को स्थगित किए जाने के मामले में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की। इस दौरान कोर्ट ने चुनाव आयोग व भारत सरकार से पूछा कि क्या हम ऑनलाइ रास्ता नहीं अपना सकते। क्या चुनावी रैलियों को या फिर मतदान को ऑनलाइन तौर तरीकों से संपन्न नहीं कराया जा सकता है।
इस बारे में नैनीताल हाईकोर्ट ने 12 जनवरी तक इस मामले में सरकार से जवाब देने को कहा है। बता दें कि उत्तराखंड में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बीती शाम को जारी हुए हेल्थ बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में एक दिन में पांच सौ से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिले हैं। दरअसल 24 घंटों में प्रदेश के सभी 13 जिलों में 505 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। जबकि 119 संक्रमित मरीज ठीक हुए हैं।