नैनीताल: विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में बाबा नीम करौली के भक्तों की भीड़ हमेशा ही लगी रहती है। कोरोना के कारण पाबंदी रहने से श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आई है मगर अब धीरे धीरे सब सामान्य हो रहा है। बहरहाल कैंची धाम को चारधाम की तर्ज पर विकसित करने की कवायद भी शुरू हो गई है। नैनीताल पहुंचे सीएम धामी ने प्रोजेक्ट लांच किया है।
गौरतलब है कि बाबा नीम करौली महाराज का कैंची धाम नैनीताल से महज 19 किमी की दूरी पर स्थित है। कैंची धाम की मान्यता देश के कोने-कोने में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। यही कारण है कि हर साल बाबा के दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्तजन यहां पहुंचते हैं। 15 जून यानी मंदिर के स्थापना दिवस पर तो संख्या एक लाख को क्रॉस कर जाती है।
लेकिन यहां दिक्कतें श्रद्धालुओं के रुकने की हैं। श्रद्धालुओं के ठहरने के साथ ही आसपास अधिक सुविधाओं के ना होने से परेशानी होती है। मगर प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन अब इस परेशानी को दूर करने में लग गए हैं। अब मंदिर के आसपास करीब एक किमी के क्षेत्र में सुविधाओं को विकसित करने के लिए कवायद तेज हो गई है।
लिहाजा इसके लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। पूर्व में यहां आए मुख्य सचिव एसएस संधू ने भी जिला प्रशासन को इस क्षेत्र को विकसित करने के निर्देश दिए थे। माना जा रहा है कि कैंची धाम को चारधाम की तर्ज पर विकसित किए जाने की तैयारियां हैं। जिसमें श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए अच्छे होटल, पार्किंग व्यवस्था और मेडिटेशन सेंटर बनाया जाएगा।
इसी कड़ी में अब बात आगे बढ़ गई है। नैनीताल दौरे पर आए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कैची में पार्किंग निर्माण की घोषणा तो की ही की। लेकिन इसके साथ ही ये भी साफ हो गया कि सरकार कैंची धाम को कुमाऊं का आकर्षण केंद्र बनाने की तैयारी कर रही है। लाजमी है कि सीएम की घोषणा के बाद प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में तेजी आएगी।
बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा कैंची मंदिर के समीपवर्ती क्षेत्र में सुविधाएं विकसित करने के लिए करीब 60 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। माना जा रहा है कि जल्द प्रोजेक्ट के लिए शासन स्तर से बजट जारी होने के बाद प्रस्तावित कार्यों को शुरू कर दिया जाएगा।
जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने जानकारी देते हुए बताया कि कैंची धाम में पार्किंग निर्माण को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए जिला प्रशासन और जिला विकास प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा सर्वे कर कुछ स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं। बहुत जल्द प्रोजेक्ट का बजट जारी होते ही अन्य कार्य भी शुरू कर दिए जाएंगे।