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नैनीताल: शहर में भूस्खलन का खतरा लगातार बना हुआ है। ठंडी सड़क क्षेत्र में पहाड़ी दरकने का क्रम अब भी जारी है। बीते दिन भी पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और पत्थर आकर नैनी झील में समा गए। गौरतलब है कि जिलाधिकारी गर्ब्याल द्वारा पहाड़ी के ट्रीटमेंट के लिए निर्देश दिए गए थे। मगर एक हफ्ते बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया है।
आपको याद होगा कि पिछले हफ्ते ही ठंडी सड़क स्थित पाषाण मंदिर के पास पहाड़ी में भारी मात्रा में भूस्खलन हो गया था। इस घटना के दौरान भारी मात्रा में मलबा, पत्थ और बोल्डर ठंडी सड़क और नैनी झील में आकर गिर गए थे। हालात इतने खराब हो गए थे कि प्रशासन को लोगों की आवाजाही तक बंद करनी पड़ी।
आवाजाही बंद होने के बाद भी कुछ लोग जान पर खेलकर यहां से गुजर रहे थे। बता दें कि पहाड़ी के ठीक ऊपर स्थित डीएसबी परिसर के हॉस्टल पर भी खतरा मंडराने लगा था। इसके बाद डीएम नैनीताल धीराज सिंह गर्ब्याल ने पालिका को निर्देश भी दिए थे।
जिलाधिकारी ने पालिका को मलबा हटाकर लोनिवि द्वारा पहाड़ी की रोकथाम को ट्रीटमेंट कार्य शुरू करने के निर्देश दिए थे। मगर यहां काम में सुस्ती बरती गई। दरअसल निर्देशों का पालन करने के संबंध में लोनिवि ने हॉस्टल की ओर से दरके पहाड़ी के हिस्से की रोकथाम को बस तिरपाल से ढक दिया था।
अब शहर में फिर से मंगलवार को भूस्खलन हो गया है। ठंडी सड़क क्षेत्र के साथ साथ भू-कटाव बढ़ने से ऊपर स्थित हॉस्टल के लिए भी खतरा बढ़ गया है। लोनिवि ईई दीपक गुप्ता ने बताया कि सड़क पर आए मलबे को पालिका हटवाएगी उसके बाद ही ट्रीटमेंट कार्य शुरू किया जा सकेगा।