नैनीताल: मल्लीताल क्षेत्र में शुक्रवार देर रात ब्रिटिशकालीन मैलरोज कोठी में भीषण आग लग गई। भीषण अग्निकांड से कुमाऊं विवि के प्रोफेसर की कोठी जलकर खाक हो गई। आग इतनी भयावह थी कि बगल में पूर्व सांसद के रिश्तेदार की कोठी को भी भारी नुकसान हुआ है। आग की उठती लपटों की वजह से करीब दो घंटे तक इलाके में अफरातफरी मची रही। संकरी सड़क के साथ ही हाइड्रेंट में पानी नहीं होने की वजह से फायर ब्रिगेड आग बुझाने के काम नहीं आ सकी। वहीं आग लगने का कारण शाट सर्किट बताया जा रहा है। हालांकि आग लगने के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल सका है।
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बता दें देरशाम आठ बजे के बाद सैनिक स्कूल के पास मैलरोज कंपाउंड क्षेत्र में रह रहे लोगों के वहां वर्षों पुरानी मैलरोज कोठी में अचानक आग धधकती देखी गई। यह कोठी लकड़ी, पत्थरों की बनी है और टिन की छत है। कोठी से धुएं का गुबार उठता देखा तो फायर ब्रिगेड को सूचना दी। जिस पर दमकल वाहनों को भेजा तो गया मगर, संकरी सड़क की वजह से वाहन नहीं पहुंच पाया। इसी बीच आसपास के परिवारों ने अपने घरों से पानी लाकर आग बुझाने की कोशिश की मगर आग विकराल होती गई। देखते ही देखते मेलरोज भवन में लगी भीषण आग ने आसपास के भवनों को भी अपनी चपेट में ले लिया।
मैलरोज कंपाउंड में जिस कोठी में आग लगी, वहां सकरी सड़क होने के कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ी नहीं पहुंच सकी। बाद में फायर ब्रिगेड की छोटी गाड़ी हंस निवास की ओर से आई, लेकिन चंद मिनटों में ही इस छोटी गाड़ी का पानी खत्म हो गया। कोतवाल अशोक कुमार के मुताबिक मैलरोज कोठी में कुमाऊं विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पीसी तिवारी, कुमाऊं मंडल विकास निगम से सेवानिवृत्त प्रकाश पांडे, त्रिभुवन भोज और बंटी भाई अधिकारी के परिवार रहते हैं। अग्निकांड के दौरान प्रो. तिवारी परिवार समेत हल्द्वानी गए थे, जबकि अन्य लोग अपने आवास में थे।
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