नैनीताल: सरोवर नगरी पहुंचे पर्यटकों के चेहरे बीते दिन से खिले हुए हैं। बर्फबारी के लिहाज से नैनीताल में यह सीजन काफी अच्छा रहा है। हालांकि यही ठंड के ज्यादा बढ़ने का कारण भी है। अब बीते दिन नैनीताल शहर में एक बार फिर बर्फबारी हुई। जिससे जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। बता दें इस सीजन में यह पहला मौका था जब मॉल रोड तक बर्फ के फाहे गिरे।
इतना ही नहीं बल्कि फ्लैट के पार्किंग में खड़े वाहनों पर भी बर्फ की चादर बिछ गई। एक तरफ जहां बर्फबारी देखकर पर्यटकों के चेहरों पर मुस्कुराहट आ गई तो वहीं गलन होने के कारण लोग बाहर निकलने से कतरा रहे थे। गौरतलब है कि बर्फबारी के कारण दोपहर से ही ज्यादातर इलाकों में बिजली भी चली गई थी। बर्फ के चक्कर से मार्ग में फिसलन बढ़ गई। जिससे दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया।
हालांकि, मौसम विभाग की मानें तो बीते दिन हुई बर्फबारी केवल एक ट्रेलर मात्र थी। शुक्रवार को भी बर्फबारी होने की संभावनाएं हैं। बीते दिन बादलों में तेज गड़गड़ाहट होने से लोगों को पिछले साल अक्टूबर की अतिवृष्टि की याद आ गई। एक तरफ लोग बर्फ देखकर खुश भी हो रहे थे। वहीं सहम कर घरों में दुबक भी गए थे। उत्तराखंड राज्य के मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने जानकारी दी।
निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ पूरी तरह सक्रिय है। जिसका असर कुमाऊं क्षेत्र में सबसे ज्यादा है। आगे भी बारिश और बर्फ की संभावनाएं काफी हैं। विक्रम सिंह ने बताया कि खासकर नैनीताल, मुक्तेश्वर में 5 फीट तक बर्फबारी हो सकती है। इसके लिए शासन प्रशासन के साथ मिलकर पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं उन्होंने लोगों से सतर्क रहने की भी अपील की है।
इसी कड़ी में डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने लोगों से कहा है कि वह कोयले की अंगीठी जलाकर ना सोए और गाड़ी लेकर घरों से ना निकले। उन्होंने कहा कि घर में पानी स्टोर कर रखें और अपने मोबाइल चार्ज रखें। बता दें कि नैनीताल के अलावा रानीखेत और मुनस्यारी में भी अच्छा खासा हिमपात हुआ है। जिससे इन क्षेत्रों में अच्छी खासी ठंड बढ़ गई है।