
हल्द्वानी: अब नैनीताल की यातायात पुलिस ने पूरी तरह से कैशलेस प्रणाली अपना ली है। अब वाहन चालकों को चालान की रकम नकद देने की बजाय डिजिटल माध्यम से भुगतान करना होगा। चाहे यूपीआइ, एटीएम कार्ड या अन्य डिजिटल तरीके से ही चालान की राशि जमा की जाएगी।
यातायात मुख्यालय के निर्देश के बाद नैनीताल जिले में यह व्यवस्था लागू कर दी गई है। अब सड़क पर जब भी किसी का चालान काटा जाएगा, तो वह चालान केवल डिजिटल भुगतान के जरिए ही चुकाना होगा। यदि किसी के पास डिजिटल भुगतान की सुविधा नहीं है, तो पुलिस उसके लिए ऑनलाइन चालान जारी करेगी। इसके बाद वाहन चालक साइबर कैफे या जन सुविधा केंद्र जाकर चालान भुगतान कर सकते हैं। इस पहल का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान को बढ़ावा देना है।
पिछले समय में पुलिस पर यह आरोप लगते रहे हैं कि चालान से बचने के लिए कुछ रुपये देकर मामला टाल दिया जाता है, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। चालान कटने के दौरान चालकों की फोटो ली जाती है और डिजिटल भुगतान के बाद कंप्यूटराइज्ड रसीद भी जारी की जाती है।
नवनियुक्त यातायात निरीक्षक महेश चंद्र ने बताया कि अब नकद भुगतान पूरी तरह बंद कर दिया गया है और चालान केवल डिजिटल माध्यम से ही स्वीकार किए जाएंगे।
हाल ही में नैनीताल रोड पर एक टेंपो चालक को क्वींस स्कूल के पास चालान किया गया। चालक नकद भुगतान करना चाहता था, लेकिन पुलिस ने इसे स्वीकार नहीं किया। इसके बाद चालक के साथी ने पुलिस की डिजिटल मशीन से क्यूआर कोड स्कैन कर चालान की रकम जमा कराई। यह दर्शाता है कि अब नैनीताल पुलिस कैशलेस व्यवस्था को मजबूती से लागू कर रही है।






