दुनिया भर के पर्यटकों के लिए सरोवर नगरी नैनीताल आकर्षण का केन्द्र रही है। पर्यटक सीजन के अलावा वर्ष भर देश-दुनिया के सैलानियों की आमद बड़ी तादाद में होती है। पर्यटकों की आमद बढ़ने से नैनीताल शहर में पार्किंग की समस्या सामने आती है। फ्लैट्स मैदान में डीएसए पार्किंग खचाखच हो जाने के बाद प्रशासन द्वारा वैकल्पिक रूप से पार्किंग की व्यवस्था शहर से दूर करायी जाती रही है। पार्किंग की वैकल्पिक व्यवस्था शहर से दूर होने के कारण पर्यटकों को शहर आवागमन हेतु सटल सेवा की सहायता लेनी पड़ती है।
डीएम सविन बंसल ने सोमवार को शहर में स्थित मेट्रोपोल परिसर में व्यवस्थित पार्किंग निर्माण हेतु मौका मुआयना किया और सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों से पार्किंग निर्माण हेतु प्रस्तावित भावी कार्य योजना कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने लोनिवि के इंजीनियरों को निर्देश दिए कि भावी कार्य योजना में परिसर को स्थिर व व्यवस्थित पार्किंग स्थल के रूप में विकसित किया जाये तथा पार्किंग स्थल की सुन्दरता पर विशेष ध्यान दिया जाये। काम-चलाऊ व्यवस्था नहीं की जाये। पार्किंग स्थल के बाहर की ओर आकर्षक बाउण्ड्री आदि का निर्माण किया जाये। मैदान को इस प्रकार समतल करते हुए विकसित किया जाये कि बरसात के मौसम में पानी न रूके और किसी भी प्रकार से फिसलन न हो।
लोनिवि के इंजीनियरों को निर्देश दिए कि पानी की निकासी हेतु व्यवस्थित नालियों का निर्माण किया जाये, रेम्प की व्यवस्था की जाये, वाहनों के प्रवेश व निकासी द्वार अलग अलग बनाये जाये। मेट्रोपोल पार्किंग को इलैक्ट्रोनिक टिकटिंग,ऑटोमेंटिक बेरियर सहित आधुनिकतम तकनीकि से युक्त पार्किंग स्थल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन विकास परिषद के माध्यम से शौचालय की व्यवस्था की जा रही है। डीएम सविन बंसल ने पार्किंग स्थल पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था, मैदान में पड़े नगर पालिका के अनावश्यक एवं बेकार सामान को शीघ्र हटाने के निर्देश अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को दिए। उन्होंने मेट्रोपोल में खड़ी अनाधिकृत गाड़ियों को तत्काल हटवाने के निर्देश दिए। उन्होंने पार्किंग विकसित करने हेतु लोनिवि द्वारा तैयार डीपीआर में प्रस्तावित भिन्न पहलुओं की समीक्षा करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश उप जिलाधिकारी विनोद कुमार को दिए।
मेट्रोपोल पार्किंग स्थल की भूमि का अधिक से अधिक उपयोग पार्किंग के रूप में किया जाये, जिससे पार्किंग क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी और शहर की सड़कों से वाहनों का दबाव कम होगा और अनावश्यक लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी। इसके साथ ही पर्यटों को शहर में ही अतिरिक्त व्यवस्थित पार्किंग की सुविधा मिल सकेगी। गौरतलब है कि गृह मंत्रालय भारत सरकार ने मेट्रोपोल शत्रु सम्पत्ति परिसर की वाहन पार्किंग, सम्पत्ति की अभिरक्षा तथा नियंत्रण के लिए स्थायी प्रकृति के निर्माण कार्यों की अनुमति डिप्टी कस्टोडियन एवं जिलाधिकारी को प्रदान की है। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी विनोद कुमार, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका अशोक कुमार, भू-वैज्ञानिक रवि नेगी, सीओ विजय थापा, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी शैलेष कुमार आदि मौजूद थे।