कुमाऊं विवि के डीएसबी परिसर के अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन केंद्र की वेबसाइट https://bit.ly/2yRs04m लांच हुई है। विभागाध्यक्ष प्रो. गिरीश रंजन तिवारी ने इसका शुभारंभ किया।
कुलपति प्रो. केएन जोशी व पूर्व कुलपति प्रो.केएस राना ने इस पहल के लिए विभाग की सराहना की। कुलपति प्रो. जोशी ने कहा कि विवि के एक विभाग की इतनी बेहतरीन वेबसाइट होना गौरव की बात है। कुलपति प्रो. जोशी ने इसे देखकर पत्रकारिता विभाग को विवि के सोशल मीडिया प्लेटफार्म विकसित करने का जिम्मा सौंपा है। इससे पूर्व प्रो. तिवारी ने विभाग के गठन की 2006 से शुरू हुई यात्रा का विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2006 में डीएसबी परिसर के हिन्दी विभाग के अंतर्गत इसकी स्थापना की गई। हिंदी विभाग की तत्कालीन विभागाध्यक्ष प्रो. नीरजा टंडन की इसकी स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने बताया कि शुरुआत में स्वयं उनके अलावा लैब सहायक चंदन राम के साथ इसका ढांचा खड़ा करने की कोशिश की गई। उस समय केवल सेल्फ फाइनेंस से डिप्लोमा की सुविधा थी।
2011 में प्रदेश सरकार की मान्यता के बाद पत्रकारिता विभाग स्वतन्त्र तौर पर स्थापित हो गया। इसमें सहायक प्रोफेसर के रूप में पूनम बिष्ट की भी नियुक्ति हुई। इसके बाद से डिप्लोमा रेगुलर व डिग्री कोर्स सेल्फ फाइनेंस में चलने लगा। वर्ष 2016 से विभाग में शोध की सुविधा भी प्रारंभ हुई। इसमें वर्तमान में 8 विद्यार्थी शोध कर रहे हैं। विभाग की वेबसाइट का निर्माण भी शोधार्थी किशन ने किया है। प्रो. तिवारी ने बताया कि वर्तमान में विभाग में तमाम आधुनिक सुविधाएं हैं। डिजिटल लैब व लाइब्रेरी, वीडियो एडिटिंग की जानकारी देने के अलावा लघु फ़िल्म बनाने का प्रशिक्षण देने की पूरी सुविधा है। मीडिया जगत से जुड़े विशेषज्ञों के अलावा अन्य विभागों के जानकार भी समय- समय पर यहां प्रशिक्षणार्थियों का मार्ग दर्शन के लिए उपलब्ध रहते हैं। प्रशिक्षणार्थियों को प्लेसमेंट सेल के माध्यम से नौकरी दिलाने की पहल की गई।
विद्यार्थियों को देश के प्रतिष्ठित अखबारों के साथ ही टीवी व रेडियो में रोजगार मिल चुका है। विवि के कुलपति विभाग की बेहतरीन उपलब्धि की प्रशंसा कर चुके हैं। क्षेत्रीय सासंद विधायक ने भी यहां दौरा कर विभाग की गतिविधियों व प्रयासों की सराहना की है। यहां के विद्यार्थी प्रदेश स्तर की प्रतियोगिता में पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। पत्रकारिता विभाग की इस पहल और वेबसाइट को लोगों ने बहुत पसंद किया है। वहीं वेबसाइट बनाने के लिए विभाग के शोध विद्यार्थी किशन को कार्यालय में आमंत्रित कर उनकी सराहना की और उत्साहवर्धन किया।