देहरादून: राज्य में महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए गैरा शक्ति ऐप की शुरुआत हुई है। सरकार महिलाओं को उनके अधिकार के प्रति जागरूक करने का प्रयास कर रही है। इससे वह अपने साथ हो रही उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठा सकती हैं। एक आंकड़ा सामने आया है जिसमें पत्नियों द्वारा पतियों के खिलाफ शिकायत का पूरा ब्योरा है। पतियों की शिकायत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।
महिला हेल्पलाइन और गौरा शक्ति ऐप के जरिए महिलाओं को शिकायत करने की सुविधा दी जाती है। बीते 4 माह में पुलिस को 1604 शिकायतें मिलीं। इनमें महिला हेल्पलाइन से प्राप्त 1430 और ऑनलाइन गौरा शक्ति ऐप पर मिली 174 शिकायतें शामिल हैं। जागरूकता में पर्वतीय जिलों की महिलाएं आगे है। गौरा शक्ति ऐप में 44301 रजिस्ट्रेशन में से तराई की 20835 महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराए है। रजिस्ट्रेशन कराने वाली पर्वतीय जिलों की महिलाओं की संख्या 23466 है।
मैदानी जिलों से 960 महिलाओं की शिकायत पहुंची, तो वहीं पर्वतीय जिलों की 641 महिलाओं द्वारा शिकायत दर्ज कराई। ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने में पर्वतीय जिलों की महिलाएं पीछे हैं। कुल 174 में से महज 57 शिकायतें पर्वतीय जिलों से आईं। महिलाओं को गौरा शक्ति ऐप से जोड़ने के लिए पुलिस ने गांव-गांव जाकर गौरा शक्ति ऐप डाउनलोड कराया है। आईजी कुमाऊं डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि 44 हजार महिलाओं ने गौरा शक्ति ऐप डाउनलोड किया है। शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई होती है। हमारी कोशिश है कि महिलाओं को उनके अधिकार जानने के लिए प्रेरित किया जाए।