नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने हार की जिम्मेदारी खुद ली और कहा कि हमें बहुमत नहीं मिला है तो हम सरकार बनाने का दावा नहीं कर सकते हैं इसलिए मैं राज्यपाल को मैंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। लेकिन इस दौरान शिवराज ने एक बात कही जिनकों लेकर राजनीतिक गलियारों में अलग चर्चा शुरू हो गई है और वो वाक्य है ‘मैं अब फ्री हूं’।
कुछ राजनीतिक विशेषज्ञ अनुमान लगा रहे हैं कि शिवराज सिंह चौहान अब केंद्र की राजनीति में कदम रखने के लिए तैयार है। यहीं नहीं इनके साथ-साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे डॉ रमन सिंह के नाम भी चर्चा जोरों पर हैं। यह भी कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी इन दोनों को केंद्र की राजनीति में शामिल कर सकती है।
हालांकि बता दें कि केंद्र की ओर से रूख करने की खबर के बीच अब शिवराज सिंह चौहान ने खुद मीडिया के सामने आकर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि वो केंद्र में नहीं जाएंगे। वो मध्य प्रदेश के लिए जियेंगे और मध्य प्रदेश मरेंगे। ऐसे में शिवराज सिंह चौहान के इस बयान के बाद फिलहाल इस कयास पर विराम लग गया है। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी की हार स्वीकार करते हुए कहा कि अब वे चौकीदार की भूमिका में हैं। इसके साथ-साथ शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा कि वे अपने घोषणापत्र में किए गए वादों को पूरा करें।
बता दें कि 230 विधानसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश में भाजपा को 109 जबकि कांग्रेस के खाते में 116 सीटें आई हैं। मतलब बहुमत केवल दो सीट ज्यादा।