नई दिल्लीः कांग्रेस के लिए यह साल अंत में अच्छी खबर लाया है। पिछले कुछ सालों में लगातार हार का मुंह देख रही कांग्रेस ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ में अपना परचम लहरा। लोकसभा चुनाव से पहले मिली यह जीत कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत दे रही है। वहीं कांग्रेस पार्टी भी जीत का फायदा लोकसभा में उठाना चाहती है। इसी बीच कांग्रेस के लिए बुरी खबर भी आ रही है।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से दूर करने के लिए बने महागठबंधन में दरार की खबर आ रही है। सीटों के बटवारे को लेकर सपा-बसपा अपने पक्ष में कांग्रेस को गठबंधन से बाहर कर सकती है । सूत्रों की माने तो सपा-बसपा ने 80 सीटों का बंटवारा भी कर लिया है । जिसमें उन्होंने कांग्रेस के लिए उनकी अमेठी और रायेबरेली की सीट के छोड़ी है,जबकी अमेठी से राहुल गांधी और रायेबरेली में सोनिया गांधी खुद सांसद है । जिसके बाद कांग्रेस के पास गठबंधन के नाम पर एक भी सीट नहीं बचती दिख रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के लिए महिला कैडिडेट का समर्थन करने की बात के बाद प्रियंका गांधी के राय बरेली से चुनाव लड़ने की बात से भी जोड़ा जा रहा है। जिससे यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश की दावेदारी के साथ मायावती भी अपने को असुरक्षित देख रही है । प्रियंका गांधी वाड्रा के मध्यप्रदेश और राजस्थान के सीएम पद में हस्तक्षेप को नए चहरे के रूप में देखा जा रहा है ।
जिससे सपा-बसपा भी उत्तर प्रदेश को अपने गड़ के रूप में देखते हुए । गठबंधन में कांग्रेस को सामिल ना करने का निर्णय ले सकती है ।