हल्द्वानी: उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री और नैनीताल के सांसद भगत सिंह कोश्यारी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया है। इससे पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल इ सी विद्यासागर राव थे उनका 5 सालों का कार्यकाल 30 अगस्त 2019 को समाप्त हो गया। भगत सिंह कोश्यारी भाजपा को उत्तराखंड राज्य में एक बड़े नेता हैं। उनका नाम राज्य स्थापित करने में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले नताओं की सूची में आता है। कोश्यारी ने पूरा जीवन संघ और पार्टी को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को उनके राजनीतिक अनुभव का लाभ मिलेगा। भगत सिंह कोश्यारी के राज्यपाल बनने के बाद सीएम त्रिवेंद्र रावत ने खुशी व्यक्त की।
बता दें कि भगत सिंह कोश्यारी का जन्म 17 जून 1942 को उत्तराखंड के बागेश्वर जिले स्थित नामती चेताबागड़ गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा अल्मोड़ा में पूरी की और उसके पश्चात उन्होंने आगरा यूनिवर्सिटी से अंग्रेज साहित्य में आचार्य की उपाधि प्राप्त की। कोश्यारी उत्तराखंड नित्यानंद स्वामी के बाद दूसरे मुख्यमंत्री बनाए गए थे।
कोश्यारी 2001 से 2002 तक उत्तराखंड के सीएम भी रहे हैं, उसके बाद 2002 से 2007 तक उत्तराखंड विधानसभा में नेता विपक्ष भी रहे। वर्ष 2008 से 2014 तक वे उत्तराखंड से राज्यससभा के सदस्य चुने गए थे। आरएसएस से भगत सिंह कोश्यारी की काफी नजदीकी रही है। 1977 के आपातकाल के दौरान जेल भी जाना पड़ा था। अब उन्हें राष्ट्रपति द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल के तौर पर नियुक्त किया गया है।