महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुए हादसे ने पूरे देश कोहराम मचादिया है। थकान के बाद ट्रैक पर सो रहे 19 प्रवासी मजदूर मालगाड़ी से कट गए हैं, जिनमें से 16 लोगों की मौत हो गई है। सभी मजदूर मध्यप्रदेश के निवासी हैं। वह जलगांव स्थित आयरन फैक्ट्री में काम करते थे। गुरुवार को औरंगाबाद से प्रवासी मजदूरों के लिए कई ट्रेनें खुली थीं, लेकिन ये लोग ट्रेन पकड़नेमें कामयाब नहीं हुए थे।
सभी लोग भुसावल से ट्रेन पकड़ने के लिए जालना से पैदल ही निकल पड़े। बताया जा रहा है कि जालना से ये लोग गुरुवार को शाम 7 बजे निकले थे, कुछ दूर सड़क मार्ग से चलने के बाद मजदूर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए। सभी मजदूर 45 किलोमीटर का सफर तय कर चुके थे। थकान के बाद ये लोग ट्रैक पर बदनपुर और कर्मथ के बीच सो गए। अगले सुबह 5:15 बजे सो रहे मजदूरों के ऊपर से मालगाड़ी गुजर गई। हादसे में 16 मजदूरों की मौत हो गई है, जबकि 3 मजदूरों का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
बताया जा रहा है कि सभी मजदूर मध्यप्रदेश के शहडोल के रहने वाले हैं। ये भुसावल से श्रमिक स्पेशल ट्रेन पकड़कर घर लौटने की प्लानिंग थी। औरंगाबाद के पुलिस अधिकारी ने कहा कि ये लोग ट्रैक पर आराम करने के लिए रुके थे, तभी इन्हें नींद लग गई और मालगाड़ी इनके ऊपर से गुजर गई।
रेलवे के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और आगे की कार्यवाही की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री ने घटना पर शोक व्यक्त किया है। रेलवे का कहना है कि मालगाड़ी के ड्राइवर ने ट्रेन रोकने की कोशिश की थी, लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ।अभी तक यह जानकारी सामने नहीं आई है कि ये मजदूर मध्यप्रदेश में कहां जाने वाले थे। जख्मी लोगों ने बताया कि वह भुसावल से श्रमिक स्पेशल ट्रेन पकड़ने वाले थे। एमपी के प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए कई राज्यों से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाए जा रहे हैं।