कोरोना वायरस संकट के बीच पिछले पचास दिनों से देश में लागू लॉकडाउन की सबसे अधिक मार प्रवासी मजदूरों पर पड़ी है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में गुरुवार को 6 मजदूरों की जान चली गई, यहां एक बस ने उन्हें सड़क पर कुचल दिया। इस घटना पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दुख व्यक्त किया है, साथ ही सरकार पर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।
अखिलेश यादव ने लिखा कि पहले ट्रेन और अब बस हादसा, मजदूरों की जिंदगी इतनी सस्ती क्यों है। सपा नेता ने लिखा कि वंदे भारत मिशन में क्या देश की गरीब जनता नहीं आ सकती। इतना ऊपर भी उड़ना ठीक नहीं है कि जमीन की सच्चाई की उपेक्षा हो जाए। बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक रोडवेज बस ने मजदूरों को कुचल दिया। सहारनपुर रोड पर बुधवार देर रात हुई इस घटना में 6 मजदूरों की मौके पर मौत हो गई, जबकि 2 घायल हैं। सभी मजदूर पैदल ही बिहार अपने घर वापस जा रहे थे।
अखिलेश यादव ने जिस वंदे भारत मिशन की बात की है, वह उस मिशन का नाम है जिसके तहत विदेश में फंसे भारतीयों को विशेष विमानों से वापस लाया जा रहा है। इससे पहले भी मजदूरों के साथ कई ऐसी वारदात हो चुकी हैं, जिन्होंने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। गुरुवार को ही जब मुजफ्फरनगर में हादसा हुआ, तब मध्य प्रदेश के गुना में मजदूरों से भरी एक बस का एक्सिडेंट हो गया। जिसमें आठ मजदूरों की जान चली गई और कई घायल भी हो गए।
विपक्ष की ओर से लगातार प्रवासी मजदूरों के विषय पर केंद्र सरकार को घेरा जा रहा है। हजारों की संख्या में मजदूर आज सड़कों पर पैदल ही अपने घर की ओर से जा रहे हैं, इस बीच जिन श्रमिक ट्रेनों की व्यवस्था की गई है उनमें सिर्फ उन्हें ही जाने को मिल रहा है जिनकी लिस्ट संबंधित राज्य सरकारों के द्वारा साझा की जा रही है।