नई दिल्ली: सपना एक ऐसा शब्द जिसे पूरा करने के लिए ही ये दुनिया चल रही है। ये दुनिया कामयाब हो रही है, ये दुनिया सीख रही है और ये केवल सपनों के वजह से हो रहा है। सोचिए अगर सपने ही नहीं होते तो क्या ये धरती चल पाती, क्या इंसान कुछ सिख पाता? सपनों को पूरा करने के लिए सालों का परिश्रम की जरूरत होती है। इस दौरान सपने को पूरा करने व उसके पास लेने जाने के लिए कई लोगों की सहायता भी हमें मिलती हैं जिसे कभी भुला नहीं जा सकता है। एक ऐसा ही मामला सामने आ रहा है हरियाणा के हिसार जिले से जहां एक लड़के ने पायलट बनने का सपना देखा था, वो जब पूरा हुआ तो वो अपने गांववासियों को विमान में यात्रा कराने ले गया और इस यात्रा का खर्च उसने खुद दिया।
हरियाणा के हिसार जिले के सारंगपुर गांव के रहने वाले विकास ज्यानी ने पायलट बनने का सपना जब सच हुआ तो उन्होंने सपने को हकीकत में बदलने के लिए मदद करने वाले लोगों को धन्यवाद किया। उन्होंने अपने गांव के 22 बुजुर्ग लोगों को अपने खर्चे पर पहली बार हवाई सफर करवाई। टाइम्स नाऊ जानकारी के मुताबिक ये यात्रा नई दिल्ली से अमृतसर की थी। गांव वालों ने स्वर्ण मंदिर, जलियां वाला बाग, वाघा बॉर्डर का भ्रमण किया। इन 22 लोगों में वो बुजुर्गों भी थे जो जिंदगी के आखिरी पड़ाव में है।
शायद ही बुजुर्गों ने सोचा होगा कि जिंदगी के इस पड़ाव में उन्हें हवाई यात्रा करने का मौका मिलेहा। इस यात्रा में 90 साल की बिमला, 78 साल के रमामुती, 78 साल के कांकेरी देवी, 75 साल की गिरावरी देवी और 80 साल के अमर सिंह शामिल थे। उन्होंने बताया कि विकास बहचपने से काफी मेधावी था। उन्हें उम्मीद थी कि वो कुछ करेगा और अपनी कामयाबी से गांव का नाम रोशन करेगा। बुजुर्गों ने यह भी कहा कि विमान में सफर करने का सपना हर कोई देखता है और हमारा वो सपना विकास ने पूरा किया है।
90 वर्षी बिमला ने कहा, ‘तमाम लोग होते हैं जो कहते हैं कि बुढ़ापे में उन्हें ये कराएंगे, वो कराएंगे, लेकिन कोई नहीं कराता। मुझे काफी खुशी हुई कि विकास ने हम सभी का सपना पूरा किया। हममें से किसी ने नहीं सोचा था कि एक दिन हम हवाई जहाज में भी बैठेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘विकास ने अपना पायलट बनने का सपना तो पूरा ही किया साथ ही हम सभी का सपना भी पूरा किया। सभी युवाओं को विकास से सीख लेनी चाहिए।’