नई दिल्ली: कोरोना वायरस से जनता को बचाने के लिए हरियाणा सरकार ने सोमवार को लॉक डाउन करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी पहली डिजिटल कांफ्रेंस में इसकी घोषणा। उन्होंने कहा कि मंगलवार से प्रदेश के सभी 22 जिलों में लॉकडाउन रहेगी। लोकल टैक्सी और ऑटो नही चलेंगे। इस दौरान जनता के लिए आपातकालीन सेवाएं जारी रहेगी। बता दें कि भारत में कोरोना के चलते 8 मौत और 480 मामले सामने आए हैं।
बता दें कि हरियाणा में सोमवार को कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। एक ताजा मामला पलवल जिले में आया है, जहां 65 वर्षीय व्यक्ति संक्रमित मिला है। उसे बुखार, खांसी, जुकाम और सांस लेने में दिक्कत थी। बताया जा रहा है कि 15 मार्च को दुबई से लौटा था। 22 मार्च रात 10 बजे उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पीडित को नूंह के राजकीय मेडिकल कॉलेज नलहड़ में रेफर कर दिया गया है। हरियाणा में गुरुग्राम में 8 मरीज , सोनीपत में 2 मरीज, पंचकूला में 1, पानीपत में 1, फरीदाबाद में 1 और पलवल में 1 मरीज मिला है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि 31 मार्च तक इन जिलों में आम गतिविधियां नहीं होंगी। टैक्सी, ऑटो-रिक्शा सहित सभी सार्वजनिक परिवहन सेवाएं बंद रहेंगी। हरियाणा दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों आईजीआई हवाई अड्डा नई दिल्ली और चंडीगढ़ हवाई अड्डा के आसपास के क्षेत्र में आता है। हरियाणा में निगरानी के तहत 6600 से अधिक व्यक्ति हैं। इसलिए, कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए कड़े सामाजिक भेद और अलगाव के उपायों को अपनाना अत्यावश्यक है।
कोरोना के प्रकोप के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रधान सचिव आरके खुल्लर भी एकांतवास में चले गए हैं। उन्होंने चंडीगढ़ स्थित सरकारी घर में ही आइसोलेशन में रखा गया है। चंडीगढ़ प्रशासन की जारी सूची में 194 नंबर पर उनका नाम है। वह सेक्टर-16 स्थित सरकारी आवास 518 में 4 अप्रैल तक आइसोलेशन में रहेंगे। खुल्लर पिछले 15 दिन से अमेरिका में थे। वह शनिवार को वापस लौटे। खुल्लर सरकारी प्रशिक्षण के लिए गए हुए थे।
हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने विदेश से लौटे अपने सभी शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों को मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र हासिल करने के निर्देश दिए हैं। फिटनेस प्रमाण पत्र मिलने पर ही वे अपनी जॉइनिंग दे पाएंगे। विभाग ने सभी जिला अधिकारियों को ये सुनिश्चित कराने के लिए कहा है।
विदेश से लौटे या लौटने वाले कर्मियों को आते ही सिविल सर्जन से संपर्क करना होगा। सिविल सर्जन उनकी जांच के बाद मेडिकल फिटनेस का प्रमाण पत्र देंगे। प्रमाण पत्र में स्वास्थ्य सही पाया जाता है तो ही उन्हें ज्वाइनिंग दी जाएगी। स्वास्थ्य ठीक न पाए जाने पर या तो उन्हें उपचाराधीन रखा जाएगा या फिर वे एकांतवास में रहेंगे।
राज्य के लोगों को राहत देने के लिए उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने अपने एक महीने का वेतन पीडितों को दिया है। इस बारे में उन्होंने ट्विटर पर जानकारी दी । उन्होंने ट्वीट कर अपील की है कि इस दिशा में अधिकारी व नेता भी बढ़-चढ़कर आगे आएं ताकि ज्यादा से ज्यादा कोरोना पीड़ितों की सहायता हो सके। उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए हम सबको मिलकर आगे बढ़ना है। चाहे वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करना हो या पीड़ितों की मदद के लिए आगे आना होना हो। हमें हर दिशा में कोरोना के खिलाफ लड़ना है और इसे देश से भगाना है।