स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के परिणामों की घोषणा कर दी गई है। केंद्र सरकार द्वारा जारी परिणामों के अनुसार मध्य प्रदेश के इंदौर शहर ने लगातार चौथी बार पहला स्थान प्राप्त किया है। आवास एवं शहरी आर्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया पर सर्वेक्षण के परिणाम जारी किए हैं और इसके लिए नहाने इंदौर शहर एवं मध्य प्रदेश सरकार को बधाई भी दी।
स्वच्छ भारत मिशन अर्बन के अंतर्गत आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा हर साल स्वच्छ सर्वेक्षण किया जाता है। गुजरात के शहर सूरत में स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में दूसरा स्थान हासिल किया। वही महाराष्ट्र के नवी मुंबई में सर्वे में तीसरा स्थान हासिल किया है। स्वच्छ भारत मिशन का एक बड़ा लक्ष्य गंगा किनारे बसे शहरों को साफ रखना भी है। जिससे प्राण दायिनी गंगा भी दूषित ना हो। गंगा किनारे बसे शहरों का इंडेक्स देखें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी शहर ने प्रथम स्थान हासिल किया है।
उत्तराखंड की हालत विचार करने लायक
इस सर्वे में उत्तराखंड थोड़ा पीछे है लेकिन उसने भी कुछ उपलब्धियां हासिल की है। देहरादून ने ढाई सौ से ज्यादा रैंक की उछाल के साथ इस साल 124 स्थान हासिल किया है। उत्तराखंड में देहरादून को पहला स्थान हासिल है। अगर राज्यों की बात करें तो 100 से कम शहरी निकाय वाले राज्यों की कैटेगरी में उत्तराखंड ने तीसरा स्थान हासिल किया है। जिसमें प्रथम स्थान पर झारखंड रहा।
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उत्तराखंड के बाकी शहरों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया है लेकिन अगर पिछली बार के मुकाबले देखें तो उनकी रैंक में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है । हल्द्वानी शहर 2019 के सर्वेक्षण में 350 में स्थान पर था लेकिन इस साल उसने 229 वां रैंक हासिल किया है। इसके अलावा रुड़की 131, काशीपुर 139, और हरिद्वार 244 नंबर पर है। उत्तराखंड के लिए सबसे अच्छी खबर सिटीजन फीडबैक श्रेणी में है। अल्मोड़ा कैंट ने इस श्रेणी में तीसरा स्थान हासिल किया है एक लाख से कम आबादी वाले निकायों में ही नगर पंचायत नंदप्रयाग ने पहला स्थान पाया है। यह भी सिटीजनफीडबैक कैटेगरी में ही अर्जित किया गया है।