नई दिल्लीः साल 2018 खत्म होने में अब बस एक ही दिन बाकि रह गया है और आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल की अंतिम मन की बात देश की जनता से की। यह उनके इस रेडियो कार्यक्रम का 51वां संस्करण है। पीएम मोदी ने कहा, 2018 को भारत एक देश के रूप में अपनी एक सौ तीस करोड़ की जनता के सामर्थ्य के रूप में कैसे याद रखेगा – यह याद करना भी महत्वपूर्ण है। हम सब को गौरव से भर देने वाला है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में अगले साल जनवरी में प्रयागराज में आयोजित होने वाले कुंभ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति की कई बातों पर हम गर्व कर सकते हैं उनमें एक है कुंभ मेला। मेरा आप सभी से आग्रह है कि जब आप कुंभ जाएं तो कुंभ के अलग-अलग पहलू और तस्वीरें सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें ताकि अधिक-से-अधिक लोगों को कुंभ में जाने की प्रेरणा मिले।
पीएम मोदी ने कहा कि 13 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती का पावन पर्व है। एक तरह से कहा जाए तो पूरे भारतवर्ष को उनका आशीर्वाद प्राप्त हुआ। आने वाले साल को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी ने सोचा होगा कि 2018 को कैसे याद रखा जाए। 2018 को भारत एक देश के रूप में, अपनी एक सौ तीस करोड़ की जनता के सामर्थ्य के रूप में, कैसे याद रखेगा- यह याद करना भी महत्वपूर्ण है। हम सब को गौरव से भर देने वाला है। उन्होंने कहा कि साल 2018 को हमेशा याद किया जाएगा।
इस साल सरदार वल्लभ भाई पटेल को समर्पित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देश को मिली। भारत को संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार मिला। 2019 में भारत की उन्नति की यह यात्रा ऐसे ही जारी रहेगी और देश नई ऊंचाइयों को छुएगा।
उन्होंने मन की बात कार्यक्रम में संविधान निर्माताओं को याद किया था। इसके साथ ही मन की बात कार्यक्रम की सफलता के लिए देशवासियों का शुक्रिया अदा किया था। 2014 में प्रसारित इस कार्यक्रम के पहले अंक में प्रधानमंत्री मोदी ने नागरिकों से कहा था कि वे कम से कम खादी के एक उत्पाद का प्रयोग करें ताकि गरीब बुनकरों की सहायता हो सके।