नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के पूर्व राज्यपाल एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत में नया मोड आ गया है। जिस मौत को डॉक्टरों ने हार्ट अटैक करार दिया था वो हत्या में तब्दील हो गई है। वहीं क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हत्या का खुलासा करने के लिए पुलिस ने परिवारवालों से पूछताछ शुरू कर दी है। शनिवार को रोहित की पत्नी से पुलिस ने पूछताछ की।
इससे पहले शुक्रवार को पुलिस ने साफ किया कि रोहित को हार्ट अटैक नहीं हुआ था, बल्कि उनकी गला, मुंह और नाक दबाकर हत्या की गई। माना जा रहा है कि हत्या से पहले उन्हें शराब में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया गया। बेसुध होने पर उनकी हत्या की गई। गुरुवार को आई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रोहित की गर्दन पर पांच उंगलियों के निशान मिले हैं। नाक और मुंह को भी भींचा गया। शायद इसलिए कि गला दबाते वक्त उनकी आवाज ना निकले और हत्या सुनिश्चित हो सके।
हत्या का शक होने के बाद पुलिस ने घर में लगे 5 सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला। एक में सोमवार रात नशे में सीढ़ी चढ़ते रोहित के पैर दिखे, साथ में शराब लेकर जाता नौकर भी है। समझा जा रहा है कि हत्या करने वाला घर के अंदर का ही कोई है। कई करीबियों समेत नौकर भी शक के घेरे में हैं। क्राइम ब्रांच ने केस से जुड़े तमाम लोगों से बोल दिया है कि जांच से संतुष्ट होने तक कोई भी बिना इजाजत दिल्ली छोड़कर नहीं जाएगा। मंगलवार शाम 4 बजे डिफेंस कॉलोनी स्थित सी-329 स्थित अपनी कोठी में रोहित संदिग्ध हालत में लेटे मिले थे। अस्पताल लाए जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें पहले से मरा बताया था।