नई दिल्ली: साल 2021 जाते जाते देश को कभी नहीं भूलने वाला दर्द दे गया है। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हो गए। उनके साथ करीब 14 लोग सवार थे और 13 के मारे जाने की पुष्टि हो गई है। जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद पूरा देश सकते में है। किसी को विश्वास नहीं हो रहा है जिस ऑफिसर ने देश की सेना को एक नई पहचान दी। उनके परिश्रम के बल पर भारतीय सेना को यंगिस्तान कहा जाने लगा था। वह कई युद्ध और आतंकवाद के सफाया करने को शुरू किए गए मिशन में शामिल रहे थे। वह ऐसे चले जाएंगे किसी ने सोचा नहीं था। उनके साथ उनकी पत्नी भी हेलिकॉप्टर में सवार थी जो अब इस दुनिया में नहीं हैं।
देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। इस हादसे पर पीएम ने कहा है कि तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर दुर्घटना से मैं बहुत दुखी हूं।पीएम मोदी ने ट्विट में कहा “तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर दुर्घटना से मैं बहुत दुखी हूं, जिसमें हमने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों को खो दिया है। उन्होंने अत्यंत परिश्रम के साथ भारत की सेवा की। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।”
इसके बाद पीएम ने एक और ट्वीट में कहा ‘जनरल बिपिन रावत एक उत्कृष्ट सैनिक थे। एक सच्चे देशभक्त, उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों और सुरक्षा तंत्र के आधुनिकीकरण में बहुत योगदान दिया। सामरिक मामलों पर उनकी अंतर्दृष्टि और दृष्टिकोण असाधारण थे। उनके निधन से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। ओम शांति।’ पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में जनरल बिपिन रावत की एक फोटो भी शेयर की है जिसमें वो हाथ मिलाते हुए नजर आ रहे हैं।
पीएम ने अपने तीसरे ट्वीट में कहा ‘भारत के पहले सीडीएस के रूप में, जनरल रावत ने रक्षा सुधारों सहित हमारे सशस्त्र बलों से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर काम किया। वह अपने साथ सेना में सेवा करने का एक समृद्ध अनुभव लेकर आए। भारत उनकी असाधारण सेवा को कभी नहीं भूलेगा।’