नई दिल्ली. भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने यात्रियों को राहत दी है। कोरोना वायरस के चलते ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया था। हालात के सामान्य होने पर ट्रेन विशेष नाम और नंबर के साथ चलने लगी थी। अब स्पेशल ट्रेनों (Special Train) को सामान्य रूप से चलाने का ऐलान कर दिया है। इन ट्रेनों का किराया पहले के मुकाबले ज्यादा था और यात्री लंबे वक्त से किराया कम करने की मांग कर रहे थे। बता दें कि रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) सभी ट्रेनों का फिर से सामान्य परिचालन बहाल करने का फैसला किया गया है। मेल/एक्सप्रेस स्पेशल और हॉलिडे स्पेशल ट्रेनों की सेवा अब रेगुलर ट्रेनों के जैसी होगी और पुराना रेगुलर किराया लागू होगा। 1700 विशेष ट्रेनों में नॉर्मल से 30% ज्यादा किराया वसूला जा रहा है।
रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को जोनल रेलवे को लिखे पत्र में कहा कि ट्रेनें अब अपने नियमित नंबर के साथ परिचालित करने की बात कही है और यह जल्द लागू हो जाएगा। हालांकि सभी ट्रेनों में कोविड 19 से जुड़ी एहतियात और प्रतिबंध लागू रहेंगे। ट्रेन में कैटरिंग की व्यवस्था नहीं शुरू की जाएगी. और चादर व कंबल भी यात्रियों खुद लाने होंगे। इसके अलावा एडवांस में बुक हो चुकीं टिकटों पर रेलवे की ओर से न ही कोई अतिरिक्त किराया वसूल किया जाएगा और न ही कोई पैसा वापस किया जाएगा। विशेष ट्रेन के संचालन से रेलवे ने पहली की तुलना में 2021-2022 की दूसरी तिमाही के दौरान यात्री खंड से आय में 113 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। बोर्ड के 12 नवंबर की तारीख वाले आदेश में कहा गया है, कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सभी नियमित मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें एमएसपीसी (मेल/एक्सप्रेस स्पेशल) और एचएसपी (होलीडे स्पेशल) के रूप में चलाई जा रही है।
कोविड-19 महामारी के कारण देश में 25 मार्च 2020 से ट्रेन सेवा अस्थाई तौर पर रोक दी गई थी। रेलवे के 166 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ। हालांकि इस दौरान ट्रेन से माल की आवाजाही चालू रही, केवल यात्री ट्रेनें बंद हुईं। इसके बाद मई 2020 से पहले श्रमिक स्पेशल ट्रेनों (Labour special trains) और बाद में स्पेशल ट्रेनों के रूप में भारतीय रेल ने फिर से दौड़ना शुरू किया। रेगुलर ट्रेनों के नंबर में बदलाव कर उन्हें स्पेशल ट्रेनों के रूप में संचालित किया गया।