नई दिल्ली: सीबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए बढ़ी खबर सामने आई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शुक्रवार को कहा है कि किसी भी छात्र की योग्यता के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन के लिए जो नियम बनाए गए हैं, अगर कोई छात्र उस नतीजे से संतुष्ट नहीं होगा तो उन्हें हालात सही होने के बाद परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने वैकल्पिक परीक्षा अगस्त में आयोजित कराई जा सकती है। उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से विद्यार्थियों के समक्ष अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने छात्रों के स्वास्थ्य व हित को ध्यान में रखकर परीक्षा रद्द करने का फैसला किया, उनका मैं आभारी हूं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का भी आभार जताया।
बता दें कि 1 जून को सीबीएसई ने 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया था। 18 जून को सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के बोर्ड रिजल्ट फॉर्मूले को स्वीकार कर लिया था। वहीं अब केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने वैकल्पिक परीक्षा बात कही है जो कई विद्यार्थियों को राहत देगी।
इस तरह से CBSE करेगा मूल्यांकन
10वीं कक्षा – प्रमुख 5 विषयों में से तीन विषयों के थ्योरी पेपर के परफॉर्मेंस के आधार पर मार्क्स दिए जाएंगे। पांच में से तीन विषय वे होंगे जिनमें स्टूडेंट का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा होगा। इसका वेटेज भी 30 फीसदी होगा।
11वीं कक्षा में फाइनल एग्जाम में सभी विषयों के थ्योरी पेपर की परफॉर्मेंस के आधार पर मार्क्स दिए जाएंगे। इसका वेटेज 30 फीसदी होगा।
इंटर का रिजल्ट यूनिट टेस्ट, मिड टर्म और प्री-बोर्ड एग्जाम की परफॉर्मेंस के आधार पर तैयार होगा, जिसका वेटेज 40 फीसदी होगा।