देहरादून: चमोली जिले के तपोवन प्रोजेक्ट में आई बाढ़ ने जाने कितने घरों के चिराग बुझा दिए हैं। अभी भी रेस्क्यू चल रहा है। उम्मीद है कि सुरंग में फंसे 30 से ज्यादा लोगों को बचा लिया जाएगा और पूरा देश दुआं मांग रहा है। रविवार को जिस वक्त बाढ़ आई उस वक्त कुछ अधिकारी भी सुरंग में गए थे।
इस लिस्ट में एनटीपीसी कंपनी के डीजीएम जीत सिंह ठाकुर भी शामिल थे। वहीं हिमाचल प्रदेश के 10 निवासियों के भी लापता होने की खबर सामने आ रही है। शिमला जिले से आठ और सिरमौर से एक और कांगड़ा से एक युवक लापता है। डीजीएम जीत सिंह ठाकुर जो सिरमौर जिले के रहने वाले हैं वह भी लापता है। उनके साथ 37 साथियों की तलाश की जा रही है, हालांकि यह आंकड़े अनुमानित हैं। एनटीपीसी सुरंग का मुंह अभी भी पूरी तरह से बंद है और मशीनों की सहायता से उसे खोला जा रहा है।
हिमाचल निवासी लापता लोगों के नाम सामने आए, उत्तराखंड सरकार के संपर्क में है राज्य सरकार
ग्लेशियर के बाद आई भयंकर बाढ़ में हिमाचल प्रदेश के कुल 10 युवक लापता हैं। शिमला जिले के रामपुर की किन्नू पंचायत के पांच, शिंगला के दो और कांगड़ा जिला के पालमपुर का एक युवक शामिल है। इन सभी के बारे में कोई जानकारी मिल पाई है। शिमला जिले के रामपुर के किन्नू के रुनपू गांव के कैलाश चंद, आशीष, बागवट के दीवान चंद, देवेंद्र और अमित के अलावा, शिंगला के पवन कुमार और राकेश कुमार लापता हैं। वहीं कांगड़ा जिले के पालमपुर के राकेश कपूर भी लापता हैं। वह प्रोजेक्ट मैनेजर हैं। सभी के लापता होने की जानकारी हिमाचल सरकार की ओर से प्रशासन को दी गई है। उन्होंने वह सभी के सपंर्क में हैं और उत्तराखंड को हरसंभव मदद देने के लिए तैयार हैं।