अल्मोड़ा: पिछले तीन चार दिन उत्तराखंड के लिए कुछ खास नहीं रहे। बारी बारिश ने प्रदेश के कोने कोने में परेशानी खड़ी की है। पहाड़ क्या और मैदान क्या, हर तरफ बारिश से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। नदियों का जल स्तर बढ़ा गया है। काली, गोरी, सरयू, गोमती, शारदा, गौला और कोसी नदी उफान पर हैं। मलबा गिरने से एक ग्रामीण की मौत तक हो गई है।
दरअसल रिपोर्ट्स के मुताबिक अल्मोड़ा जिले के सल्ट में एक घर पर पहाड़ी से मलबा आकर गिर गया। इस मलबे के नीचे आने से ग्रामीण की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 24 बकरियां भी दफन हो गई हैं। पर्वतीय रास्तों में कई स्थानों पर पेड़ गिरे हैं। शारदा, गौला और कोसी बैराज के गेट खोल दिए गए हैं। कुमाऊं मंडल के तीन जिलों में आज भी स्कूलों को बंद रखा गया है।
जानकारी के अनुसार तवाघाट-लिपुलेख, थल-मुनस्यारी, चंपावत-पिथौरागढ़ नेशनल हाईवे को मिलाकर कुल 70 से अधिक सड़कें भूस्खलन और मलबा आने के कारण यातायात के लिए बंद हो गई हैं। सीमांत पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के उच्च हिमालयी गांवों तक हिमपात होने की भी सूचना मिली है। वहीं, नैनीताल व भीमताल झील में पानी का लेवल लगातार बढ़ रहा है।