मौसम विभाग ने देहरादून सहित प्रदेश के सात जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। देहरादून की कुछ जगहों पर बिजली गिरने की भी आशंका जताई गयी है। वहीं, प्रदेश के अन्य जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश के आसार जताए हैं। कहीं भी एसे अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
मौसम विभाग निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि देहरादून, पिथौरागढ़, बागेश्वर और चमोली में भारी बारिश हो सकती है। इसलिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के बाकी जिलों में भी मध्यम बारिश के आसार हैं।
बता दें कि मंगलवार को प्रदेशभर में अनेक स्थानों पर सुबह धूप खिलने से मौसम में गर्माहटदिखी। दोपहर में अचानक मौसम बदल गया और कई इलाकों में बारिश हुई। राजधानी में भी दोपहर बाद कुछ जगहों पर तेज बारिश हुई। हालांकि उससे कोई नुकसान की सूचना नहीं है। कुछ देर हुई बारिश से मौसम शानदार हो गया।
मौसम विभाग निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार, टिहरी, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में भारी बारिश हो सकती है। इसलिए ऑरेन्ज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि सभी जनपदों में हल्की से मध्यम बारिश की सम्भावना है।
कुमाऊं के जिलों में सामान्य से कम बारिश
कुमाऊं में अभी तक तीन जिलों में सामान्य से कम तो बाकी के तीन जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार कुमाऊं में सबसे ज्यादा बारिश बागेश्वर जनपद में हुई है।
यहां अभी तक 1,693 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 179 फीसदी अधिक है। सामान्य तौर पर यहां 607.6 मिमी बारिश होती है। पिथौरागढ़ जनपद में सामान्य से 19 प्रतिशत ज्यादा है। ऊधमसिंह नगर जिले में सामान्य से 16 प्रतिशत अधिक है। कृषि क्षेत्र के लिए यह अच्छी खबर है।
कम बारिश वाले जिलों में अल्मोड़ा जनपद सबसे ऊपर है। यहां 490 मिमी ही बारिश हुई है, जो सामान्य से 19 प्रतिशत कम है। जबकि यहां अभी तक 607 मिमी तक बारिश हो जाती है। चंपावत में कम बारिश को लेकर चिंताजनक स्थिति है। यहां सामान्य से 44 फीसदी कम बारिश हुई है।
नैनीताल जिले में हालात न तो ज्यादा अच्छे और न ही ज्यादा चिंताजनक हैं। यहां सामान्य से 23 फीसदी कम 771 मिमी बारिश हुई है, जबकि अभी तक 1000 मिमी बारिश हो जाती थी। मौसम विभाग के अनुसार अभी एक माह और मानसून की बारिश होती रहेगी।