Haldwani News: Auto Checking: बनभूलपुरा की सड़कों पर बुधवार को एक हैरान करने वाला नजारा देखने को मिला, जब सत्यापन अभियान के दौरान एक ओवरलोड ऑटो को पुलिस ने रोक लिया। सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई, सीओ नितिन लोहनी और थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी पुलिस टीम के साथ क्षेत्र में वाहनों की जांच कर रहे थे। इसी दौरान एक डगमगाता हुआ ऑटो सामने से आता दिखाई दिया, जो देखने में इतना असंतुलित लग रहा था कि जैसे सड़क पर डांस कर रहा हो।

पुलिसकर्मी ने ऑटो को रोककर साइड में लगाने को कहा तो ड्राइवर घबरा गया और अधिकारियों को देखकर उसकी बोलती बंद हो गई। जब सवारियों की गिनती की गई तो सामने आया कि ऑटो में कुल सात लोग ठुंसे हुए थे, जो स्पष्ट रूप से ओवरलोडिंग का मामला था। जांच के दौरान जब ड्राइवर से वाहन के कागजात मांगे गए, वो कोई भी वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। पूछने पर उसने बताया कि लाइसेंस घर पर रह गया है। ड्राइवर की उम्र भी संदेह के घेरे में आ गई, जिससे यह आशंका जताई गई कि वह नाबालिग हो सकता है।
अधिकारियों ने जब मोबाइल ऐप से ऑटो की जानकारी चेक की तो पता चला कि वह कुसुमखेड़ा रूट पर रजिस्टर्ड है, जबकि चलाया जा रहा था बनभूलपुरा में। ऐसे में ओवरलोडिंग, दस्तावेजों की अनुपस्थिति और गलत रूट पर संचालन जैसे कई नियम उल्लंघनों को देखते हुए वाहन को मौके पर ही सीज कर दिया गया।
ड्राइवर ने अधिकारियों से गुहार लगाई और बताया कि वह ऑटो को कल ही छुड़ाकर लाया था, लेकिन इस पर कोई राहत नहीं मिली। पुलिसकर्मियों और राहगीरों के बीच यह दृश्य कुछ देर के लिए चर्चा का विषय बन गया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी वाहन को बख्शा नहीं जाएगा।
