हल्द्वानी: भारतीय सेना एक ऐसा नाम है जिसे सुनकर हर भारतीय के मन में सम्मान भावना पैदा होती है। ये सम्मान भावना युवाओं में जोश भरने का काम करती है। यह सब भारतीय जवानों के हौसले और जज्बे से मुमकिन हो पाता है।इसी क्रम में उत्तराखण्ड का एक ऐसा जवान भी है जिसने सीमा पर देश की सेवा के साथ ही अपने हुनर से पूरे देश में नाम रोशन किया है। नैनीताल जिला लालकुआं अंबेडकर नगर वार्ड नंबर-1 के रहने वाले पंकज सम्मल को आज उनके पेटिंग के हुनर से देश ही नही विदेश में भी पहचान मिल रही है। पंकज 6 कुमाऊं रेजिमेंट राजस्थान श्रीगंगानगर में तैनात है।
राजस्थान में 19 जनवरी से 23 जनवरी तक आयोजित हुए VIBGYOR इंटरनेशनल आर्ट एग्जीबिशन में भाग लिया था। उस एग्जीबिशन में दुनिया भर के विख्यात आर्टिस्ट पहुंचे थे। इस एग्जीबिशन में पंकज ने भाग लेकर अपनी पेंटिंग से सभी का ध्यान अपने हुनर की ओर खींचा। पंकज सभी प्रकार की पेंटिंग करते है जिसमें ऑइल, पोटरेट,कंटेंपरेरी, स्प्रे पेंटिंग शामिल है।
उत्तराखण्ड की ओर से एग्जीबिशन में भाग लेने वाले वो एकलौते प्रतिभागी थे। इस बारे में हल्द्वानी लाइव से बात करते हुए पंकज सम्मल ने बताया कि भविष्य में विदेशों में भी मौका मिल सकता है। उनकी कोशिश रहेगी कि वो अपने इस हुनर से देश का नाम रोशन करें। बता दें पंकज पिछले 16 साल से भारतीय सेना में तैनात है।
ऐसे शुरू हुआ पेंटिग की तरफ रूझान
पंकज सम्मल ने बताया कि रिटायरमेंट के बाद कला में भविष्य बनाना चाहते है। पंकज के अनुसार वो उत्तराखण्ड के युवाओं को कला की ओर ले जाना चाहते है जिसके लिए वो पेंटिंग स्कूल खोलना चाहते है। उन्होंने कहा कि अभिभावक कला को ज्यादा महत्व नही देते है जिससे कला हमारे प्रदेश से गायब हो रही है।
उन्होंने कहा कि कला हमारे देश की संस्कृति है जिससे जीवित रखना हम सभी भारतीयों का दायित्व है। आपकों बता दे कि पंकज सियाचिन के बॉर्डर पर भी तैनात रह चुके है। पंकज ने कहा कि छुट्टियों के वक्त वो अपनी कला को खासा वक्त देते है।