CNG busses problems:uttrakhand roadways: Dehradun:- प्रदेश में दून से दिल्ली और अन्य स्थानों को जाने वाली उत्तराखंड रोडवेज की सीएनजी बसों से यात्री परेशान आने लगे है। सीएनजी की अनुबंधित बसों की लापरवाही के किस्से आए दिन सुनने को मिल रहे है। इन बसों में सफर कर रहे यात्री कभी सीएनजी खत्म होने से परेशान नजर आते है, तो कभी तैयार पंचर होने के कारण बसों के रुकने से। सीएनजी बसों की ये दिक्कतें खत्म होने का नाम नहीं ले रही और इस कारण सवारियों को लगातार दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद भी व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं है। ऐसी कई शिकायतों की लंबी लिस्ट मौजूद है। (Uttarakhand roadways, Dehradun to Delhi CNG Busses)
सीएनजी खत्म ओर टायर पंचर के कारण रुकी बसें
प्रदेश की राजधानी दून से दिल्ली को जाने वाली बस नम्बर 5202, अपने सफर के दौरान अचानक सीएनजी की कमी से रुक गई। करीब 2 घंटे तक रोड में खड़ी इस बस के कारण लोग काफी परेशान नजर आए। इसके बाद ड्राइवर द्वारा सीएनजी की व्यवस्था होने पर बस शुरू की गई।
ऐसी ही एक घटना है रोडवेज की सीएनजी बस संख्या 5201 की, जो मुजफ्फनगर चौक के आस पास फ्यूल खत्म होने के कारण रुक गई। इस कारण दर्जनों पैसेंजर परेशान हो गए।
बस संख्या 5021 की भी यही कहानी है। दून से दिल्ली चलने वाली ये बस अचानक मेरठ के पास टायर फटने के कारण रोकनी पड़ी। बस में स्टेपनी ना होने के कारण पैसेंजर को उतर कर दूसरी बस में यात्रा करनी पड़ी। इसके बाद दून से दूसरी बस में स्टेपनी भेजी गई, तब बस को दिल्ली रवाना किया।
ऐसे ही बस नंबर 5206 का भी दिल्ली जाते हुए मोहननगर में सीएनजी खत्म हो गया। बड़ी मुश्किल से पैसेंजर्स को किसी तरह दिल्ली आईएसबीटी तक भेजा गया। इसके बाद प्राइवेट कंपनी की हेल्प से मौके पर सीएनजी मंगवा कर बस दिल्ली आईएसबीटी तक पहुंचाई गई। ( Complains regarding CNG busses running from Dehradun)
मामले को गंभीरता से ले, कंपनी से वसूलेंगे पेनल्टी
सरकार की ओर से दिल्ली में डीजल बसें बैन करने के बाद उत्तराखंड रोडवेज ने 150 सीएनजी बसों को अनुबंध में अपने हिस्से शामिल कर लिया था। इनमें से 100 सीएनजी बसें दून से दिल्ली के लिए संचालित की जा रही हैं। लेकिन बसों में कभी फ्यूल खत्म हो जाता है, तो कभी टायर पंक्चर हो जाता है जिस कारण ये बसें पैसेंजर्स के लिए सिरदर्द बन गई हैैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जीएम रोडवेज, दीपक जैन ने कहा कि रोडवेज की बसों में बीच रूट में फ्यूल खत्म होने की समस्या गंभीर है। इससे पैसेंजर्स को दिक्कत होती है। इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। अनुबंध के तहत कंपनी से ऐसे मामलों में पैनल्टी वसूली जाएगी।