हल्द्वानी: शहर के लोगों को अब पासपोर्ट बनाने के लिए देहरादून नहीं जाना पड़ेगा। इसके अलावा पर्वतीय जिलों के लोगों को भी पहले की तरह पासपोर्ट सेवा केंद्रों में सुविधा मिलने वाली है। कोरोना वायरस के चलते बंद पड़े इन केंद्रों को खोलने के निर्देश विदेश मंत्रालय ने दे दिए हैं और ऑफिस खोलने की तैयारी जोरों से चल रही है।
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बता दें कि पहले पासपोर्ट बनाने के लिए उत्तराखंड निवासियों को देहरादून जाना पड़ता था। लोगों की लगातार बढ़ रही मांग को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने प्रदेश के रुड़की, श्रीनगर गढ़वाल, अल्मोड़ा, रुद्रपुर, काठगोदाम और नैनीताल में पोस्ट ऑफिस के साथ मिलकर पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले थे। जिनमें पासपोर्ट कार्यालय के अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों के सहयोग से पोस्ट ऑफिस के स्टाफ की ओर से बायोमेट्रिक जांच की जाती थी। पहले यही काम के लिए आवेदक को बायोमेट्रिक जांच के लिए देहरादून स्थित हाथीबड़कला पासपोर्ट सेवा केंद्र जाना पड़ता था लेकिन अब केवल इमरजेंसी के लिए राजधानी जाना पड़ता था।
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अब ऑनलाइन आवेदन करके आप जिले में स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र जा सकते हैं और पासपोर्ट बना सकते हैं। उत्तराखंड के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी दीपक जोशी ने जानकारी दी कि विदेश मंत्रालय ने अब अनलॉक की प्रक्रिया के तहत दूरस्थ क्षेत्रों में स्थापित किए गए पोस्ट ऑफिस के साथ पासपोर्ट सेवा केंद्रों को खोलने की अनुमति दी है। इसके लिए क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने भी आदेश जारी किया । उन्होंने बताया कि पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र खोल दिए जाएंगे। वहां पर पासपोर्ट कार्यालय से संबंधित अधिकारियों और अन्य स्टाफ को भी भेजना है। अभी रोजाना लगभग 400 ऑनलाइन अपॉइंटमेंट जारी किए जा रहे हैं और दूसरे दिन का ही अपॉइंटमेंट मिल जा रहा है। इस सेवा के खुलने का इंतजार लोग लंबे वक्त से कर रहे थे।
कोरोना वायरस के प्रकोर के कम होने के बाद से कुछ फ्लाइट्स उड़ान भर रही हैं। इनमें विदेश जाने वाले लोग भी हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने पढ़ाई के सिलसिले में बाहर जाने का प्लान बनाया है। ऐसे में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में खोले गए पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र के दुबारा खुल जाने से दूरस्थ और पर्वतीय जिलों से लोगों को दून के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। अपने क्षेत्र से काम होने जाने से वह सुरक्षित रहेंगे क्योंकि उन्हें यात्रा नहीं करनी पड़ेगी।