देहरादून: कोरोना काल के बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा इस बार सभी रिकॉर्ड तोड़ रही है। रोजाना नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। वर्ष 2019 में चारधाम यात्रा में 34 लाख तीर्थयात्रियों के आने से रिकॉर्ड बना था और अभी यह संख्या 1416688 हैं। जिस रफ्तार से तीर्थयात्री चारधाम पहुंच रहे हैं, उससे साफ नजर आ रहा है कि 2019 का रिकॉर्ड टूट सकता है।
कोरोना वायरस के चलते बंद थी यात्रा
हालांकि इस बार भीड़ को देखते हुए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा यात्रियों को मौसम खराब होने पर रोका जा रहा है। चारधाम यात्रा उत्तराखंड के पर्यटन की रीढ़ है। कोरोना वायरस के वजह से यात्रा के बंद होने से सरकार को करोड़ों का नुकसान हुआ था। इस बार कोरोना संक्रमण की सामान्य स्थिति होने पर चारधाम यात्रा बिना किसी प्रतिबंध के संचालित है। कारोबारियों को उम्मीद है कि 2 साल का सूखा इस सीजन खत्म हो जाएगा।
पंजीकरण के बिना यात्रियों को एंट्री नहीं
साल 2022 यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों में खासा उत्साह है लेकिन व्यवस्थाओं के अभाव में खासी दिक्कतें भी उन्हें झेलनी पड़ रही हैं। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा पर जाने के लिए लोगों को पंजीकरण करना जरूरी है। इसके अलावा ओवर क्राउंड होने पर तीर्थयात्रियों के रुकने की व्यवस्था भी ठीक नहीं है। वहीं खराब स्वास्थ्य के चलते इस बार 112 तीर्थयात्रियों की मौत भी हो गई है। उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वह अपना स्वास्थ्य चैकअप कराकर ही यात्रा पर आए। वहीं हेलीसेवाओं की भी बंपर मांग है और बुकिंग फुल चल रही है।
कब कितने तीर्थयात्री आए चारधाम
वर्ष चारधाम आने वाले यात्रियों की संख्या
2018 26.62 लाख
2019 34 लाख
2020 3.33 लाख
2021 5.10 लाख
2022 14.16 लाख (अब तक)