Pithoragarh News Update:
पिथौरागढ़ की यह खबर सुनकर आप भी हैरान हो सकते हैं। जहाँ जिलाधिकारी की समीक्षा बैठक में दो अधिकारियों की अनुपस्थिति उनके ही लिए मुसीबत बन गई। आपको बता दें की डीएम ने यह बैठक पिथौरागढ़ के विकासभवन सभागार में बुलाई थी। जिसमें उन्होंने जिला योजना, राज्य सेक्टर, केंद्र पोषित तथा वाह्म सहायतित योजनाओं की समीक्षा की। जहाँ उन्होंने सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को विकास कार्य के लिए मिली धनराशि को समय सीमा के अंदर खर्च करने के आदेश दिए। जिससे विकास कार्य तेज गति से हों और जनता को भी कम दिक्कतों का सामना करना पड़े।
डीएम रीमा जोशी द्वारा दिए जा रहे ज़रूरी दिशानिर्देशों को सभी उपस्थित अधिकारी पूरी गंभीरता से नोट करते नज़र आए। लेकिन जो दो अधिकारी नज़र नहीं आए उनके बारे में बैठक के बाद पूरे जिले ने सुना। डीएम ने बैठक में अस्थाई खंड बेरीनाग लोनिवि (लोक निर्माण विभाग) के अधिशासी अभियंता व सिंचाई खंड धारचूला के अधिशासी अभियंता की अनुपस्थिति पर अपनी नाराज़गी जाहिर की। और यह नाराज़गी जायज़ भी मानी जा रही है। आपको बता दें की अगले महीने उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू होना है। और ऐसे में विकास कार्यों के लिए मिली धनराशि के उपयोग के सम्बन्ध में यह बैठक बुलाई गई थी। जिसमें इन दो अधिकारियों की अनुपस्थिति उनकी लापरवाही को दर्शाती नज़र आई। जिसपर डीएम ने तुरंत अग्रिम आदेश तक दोनों अधिकारियों के वेतन आहरण पर रोक लगाने के निर्देश जारी कर दिए।
अर्थ एवं संख्या अधिकारी निरंजन प्रसाद ने बताया कि जिला योजना में 61%, राज्य योजना के अंतर्गत 64.72%, केंद्र पोषित योजना के अंतर्गत 97.32%, वाह्म सहायतित योजना के अंतर्गत अब तक 80% धनराशि व्यय कर ली गई है। यह सूचना पररपत होने पर डीएम ने कहा कि जिला योजना के अंतर्गत अवशेष शतप्रतिशत धनराशि फ़रवरी तक व्यय कर लें।