पिथौरागढ़: हर्ष रावत: देश में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लगा हुआ है। मैदानी इलाकों में कुछ वक्त के लिए दुकाने खुल रही है लेकिन पहाड़ी इलाकों में हालात खराब है। पुलिस प्रशासन लगातार मदद कर रहा है और जरूरतमंदों को राशन व अन्य जरूरी वस्तु मुहैया करवा रहा है। इस मुश्किल वक्त पर पुलिस अधिकारी व कर्मी अपनी जान को जोखिम में डालकर सुरक्षा प्रदान कर रहा है। हम लड़ाई को जीतने में कामयाब होंगे तो इन सभी का इतिहास की किताब में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।
एक मामला सामने आया है पिथौरागढ़ से। रोज की तरह पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी और पुलिस उपाधीक्षक आरएस रौतेला लॉकडाउन का जायजा ले रहे थे। इस दौरानदौरान भाटकोट क्षेत्र में नेपाली मूल की एक महिला मिली जिनके द्वारा बताया गया कि वह वर्तमान में भाटकोट क्षेत्र में 10 नेपाली परिवार सहित रहती हैं ,जिनमे से एक महिला ने 10 दिन पूर्व ही एक बच्ची को को जन्म दिया है। लॉकडाउन के चलते रोजगार का संकट आ गया है। इसके चलते परिवारों को खाद्य एवं नवजात शिशु की उचित देखभाल नही हो पा रही है।
उनकी समस्याओं के निराकरण हेतु पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी ने स्वयं उनके घर जाकर सभी को राशन किट के साथ नवजात बच्चे हेतु बेबी केयर किट और माँ हेतु पौष्टिक आहार किट व प्रसव के उपरांत जरूरत में पड़ने वाली सामग्री प्रदान की। इसके अलावा उन्होंने भविष्य में भी लगातार भोजन व अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराये जाने का आश्वासन दिया । जिस पर उक्त महिला एवं उनके परिवार सहित अन्य परिवारों ने भी पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा की गई सहायता हेतु आभार व्यक्त किया ।
अपने परिवार को पीछे छोड़कर पुलिस अधिकारियों ने अपनी जिंदगी जनता के नाम कर दी है। कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनपर यकीन करना मुश्किल हैं। इसी तरह हम लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि हम घर पर रहकर अपने जिम्मेदारी को निभाए और इस बीमारी को मात दे। हमारी लापरवाही उन सभी के परिश्रम को बर्बाद कर सकती है जिन्होंने इस समाज को जीवन प्रदान करने का काम किया है। हल्द्वानी लाइव डॉट कॉम सभी पाठकों से अपील करता है कि वह अपनी सुरक्षा कर दूसरों की सुरक्षा करें यानी प्रशासन द्वारा दिए जा रहे नियमों का उल्लंघन ना करें।