हल्द्वानी: दरोगा भर्ती 2015 में हुई धांधली की जांच विजिलेंस टीम कर रही है। वहीं पुलिस मुख्यालय ने सोमवार को बड़ा फैसला किया। अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड ने बताया कि वर्ष 2015-16 उपनिरीक्षक सीधी भर्ती में अनियमित्ता होने की जांच विजिलेंस द्वारा की जा रही है। विजिलेंस की जांच रिपोर्ट में संदिग्ध पाए गए 20 उपनिरीक्षकों को जांच पूरी होने तक निलंबित करने का फैसला लिया गया है।