हल्द्वानी: उत्तराखंड पुलिस अपने जनसेवा कार्यों के वजह से मित्र पुलिस कहलाती है। कई मौकों पर पुलिस जवान लोगों की मदद करते दिखते हैं। इसीलिए पर्यटक भी उत्तराखंड पुलिस पर भरोसा करते हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ पुलिसकर्मी अपनी हरकतों से पुलिस की छवि को धूमिल कर रहे हैं। हल्द्वानी में कुछ दिन पहले किशोरी से छेड़छाड़ करने पर पुलिसकर्मी को लोगों ने पीट दिया। उसके बाद एसएसपी ने पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया था। उनके एक्शन के बाद लगा कि इस तरह के मामले सामने नहीं आएंगे लेकिन एक युवती के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है।
नैनीताल की रहने वाली युवती ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी ने उसके साथ छेड़छाड़ और अभद्र व्यवहार किया। युवती ने मल्लीताल कोतवाली में तहरीर दी है। उसने बताया कि कालाढूंगी से नैनीताल आते वक्त पुलिसकर्मी ने उसे लिफ्ट दी थी। इस बहाने वह छेड़छाड़ करने लगा।
जानकारी के अनुसार मल्लीताल क्षेत्र की रहने वाली युवती कालाढूंगी चौराहे पर नैनीताल आने के लिए टैक्सी का इंतजार कर रही थी। उसके बाद एक व्यक्ति आया जिसने खुद को पुलिसकर्मी बताया और कहा कि वह उसे छोड़ देगा। व्यक्ति ने बताया कि वह राजभवन में कार्यरत है। उसे सुरक्षित महसूस हुआ तो वह बाइक पर सवार हो गई। तभी बजून के समीप पहुँचने पर पुलिस कर्मी ने अश्लील बातें व हरकते करना शुरू कर दिया। उसने बचने के लिए चलती बाइक से कूद लगा दी। उसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से परिजनों को कॉल कर छेड़छाड़ की जानकारी दी। सीओ संदीप नेगी ने कहा कि युवती ने छेड़छाड़ के संबंध में तहरीर दी है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है और कार्यवाही जारी है।
इस तरह के मामले उन पुलिसकर्मियों की मेहनत पर पानी फेर देते हैं जो अपने काम से खाकी की चमक को बरकरार रखने का प्रयास कर रहे हैं। एक तरफ डीजीपी पुलिस और जनता की दूरियों को कम करने का प्रयास कर रहे है और दूसरी तरफ पुलिस द्वारा छेड़छाड़ व अभद्र व्यवहार की घटनाएं इस मुहिम को कमजोर बना रही है।