नैनीताल: कुछ अराजक तत्व अपनी हरकतों से कभी बाज नहीं आते। अपराधी बन कर जेल जाने के बाद भी नहीं। अब देखिए कोरोना के कारण न्यायालय के आदेश पर कई कैदियों को पैरोल पर रिहा किया गया तो वे दोबारा अपराध करने में जुट गए। अब पुलिस को इन्हें रोकने में मेहनत करनी पड़ रही है। बहरहाल आईजी अजय रौतेला ने सभी जिलों के कप्तानों को इन पर निगरानी रखने के निर्देश दे दिए हैं।
सोमवार को आईजी अजय रौतेला ने मल्लीताल स्थित कार्यालय से वर्चुअल तौर तरीकों से क्राइम समीक्षा बैठक की। जिसमें सभी जिलों के कप्तान शामिल हुए। इस बैठक में पिछले महीने के अपराधों और उनके आंकड़ों पर चर्चा हुई। बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि पैरोल पर छूटे कई कैदी अपराधों में शामिल हो रहे हैं।
आईजी ने सभी कप्तानों को निर्देश देते हुए कहा कि इन सभी कैदियों पर खास नजर रखी जाए। साथ ही हिस्ट्रीशीटरों को चिन्हित कर शांति भंग में कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने कहा कि अब जब संक्रमण कम हुआ है तो बाहर से पर्यटकों के आने की संभावना भी हैं। इसलिए पुलिस की जिम्मेदारी सीमाओं पर अधिक बढ़ जाती है। सभी सीमाओं पर इंतजाम पुख्ता करने के आदेश भी आईजी ने दिए।
उन्होंने कहा कि पर्यटकों को आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट दिखाने पर ही प्रवेश दिया जाए। इसके अलावा बैठक में विभागीय भवनों आवासों और पुलिस लाइन में हो रहे निर्माण के कामों को लेकर भी बात हुई। बैठक में एसएसपी नैनीताल प्रीति प्रियदर्शिनी, एसएसपी उधमसिंह नगर दिलीप सिंह कुँवर, एसएसपी अल्मोड़ा पंकज भट्ट, बागेश्वर एसपी अमित श्रीवास्तव, एसपी पिथौरागढ़ सुखबीर सिंह और चंपावत से सीओ अविनाश वर्मा जुड़े रहे।