Priyanshi Shah Success Story: Uttarakhand Board Result:

नैनीताल जिले के गरमपानी की होनहार बेटी प्रियांशी शाह ने यह साबित कर दिया है कि कठिन परिस्थितियाँ किसी के सपनों को नहीं रोक सकतीं। मात्र एक वर्ष पूर्व प्रियांशी ने अपने पिता संतोष शाह को खो दिया था। इस गहरे पारिवारिक संकट के बावजूद प्रियांशी ने न केवल अपने हौसले को बनाए रखा, बल्कि अपनी मेहनत से प्रदेशभर में अपनी एक अलग पहचान भी बनाई। उत्तराखंड बोर्ड हाई स्कूल परीक्षा 2025 में प्रियांशी शाह ने 500 में से 485 अंक यानी 97% प्राप्त कर पूरे राज्य में 11वां स्थान हासिल किया है। यह सफलता सिर्फ अंक नहीं, बल्कि एक बेटी की जिद, संघर्ष और संकल्प की कहानी है, जिसने पिता के सपने को अपनी प्रेरणा बना लिया।
मां ने दिया हर कदम पर साथ
पंडित गोविंद बल्लभ पंत राजकीय इंटर कॉलेज, खैरना की छात्रा प्रियांशी पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में भी आगे रहती हैं। रामलीला में राम की भूमिका निभाने वाली प्रियांशी कला में भी निपुण हैं। कठिन हालातों में पढ़ाई जारी रखने के लिए उन्होंने रोजाना 3 घंटे समर्पित किए। प्रियांशी की मां संगीता शाह गरमपानी के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में शिक्षिका हैं। उन्होंने अकेले अपनी बेटी को संबल दिया और हर मोड़ पर मार्गदर्शन किया। प्रियांशी अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां, विद्यालय के गुरुजनों और ट्यूशन अध्यापक विजय पांडे को देती हैं।
परिणाम में नजर आई मेहनत
अंक तालिका में भी प्रियांशी की मेहनत स्पष्ट झलकती है—हिंदी में 99, अंग्रेजी में 93, गणित और विज्ञान में 98-98, सामाजिक विज्ञान में 84 और आईटीईएस में 97 अंक हासिल कर उन्होंने साबित कर दिया कि बेटियां अगर ठान लें, तो असंभव कुछ भी नहीं।
भविष्य में प्रियांशी विज्ञान संकाय लेकर इंजीनियर बनने का सपना रखती हैं। उनकी यह उपलब्धि न केवल नैनीताल जिले बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है। वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं—एक ऐसी बेटी, जिसने विपरीत परिस्थितियों में भी उम्मीद का दीप जलाए रखा।
