हल्द्वानी: शहर में बुद्ध पार्क धरना देने के लिए विख्यात है। रोजाना किसी ना किसी मामले को लेकर नैनीताल रोड स्थित बुद्ध पार्क में धरना देखने को मिलता है लेकिन सोमवार और मंगलवार को हल्द्वानी कोतवाली ने बुद्ध पार्क की शक्ल ले ली। भाजपा के पार्षद तन्मय रावत को पुलिस ने बस स्टेशन में रेस्ट्रो में हुआ मारपीट के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। उन पर धार्मिक उन्माद फैलाने,मारपीट, गालीगलौज सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया था। उन्हें जमानत नहीं मिलने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को शाम को कोतवाली में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
मेयर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला और दर्जा राज्यमंत्री तरुण बंसल सहित कई मंडल अध्यक्ष, भाजपा कार्यकर्ता और कई नेता पहुंच गए जिसके बाद कोतवाल को तत्काल हटाए जाने की मांग शुरू हुई। उन्होंने कहा कि कोतवाल संजय कुमार जानबूझ कर भाजपा की छवि को खराब कर रहे हैं। पार्षद पर जो केस दर्ज हैं उनमें उन्हें जमानत मिल सकती है लेकिन कोतवाल ने थाने से उन्हें बेल नही दी। तन्मय रावत जब कोर्ट में सरेंडर के लिए जाने लगे तो उन्हें एसओजी भेजकर उन्हें पकड़कर कोतवाली लाया गया।
इस बीच एसएसपी प्रीति प्रिर्यदर्शनी के साथ आवास पर बैठकों का दौर चला लेकिन मामला शांत नहीं हुआ। कोतवाल को पुलिस कार्यालय से अटैच करना पड़ा साथ ही 5 दिन के भीतर जांच के आदेश देने का आश्वासन दिया गया और गिरफ्तार भाजपा पार्षद तन्मय रावत को कोतवाली से ही जमानत दी गई। करीब रात 2 बजे तक कोतवाली में धरना प्रदर्शन भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिया।
पार्षद की रिहाई को लेकर कोतवाली में एक और धरना
कोतवाली में कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। देर रात अटैच किया गए कोतवाल संजय कुमार को बहाल करने की मांग की गई। जिस कोतवाल को हटाने को लेकर कल मेयर सहित पार्षद और दर्जा राज्यमंत्री वह कई भाजपा नेता रात 1:00 बजे तक धरने पर बैठे रहे अब उसी कोतवाल की बहाली के लिए कांग्रेसी पार्षद व स्थानीय लोग कोतवाली में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
कांग्रेसी पार्षदों का कहना है कि भाजपा टीम ने अपने पार्षद को छुटवाने के लिए दवाब बनाया और सत्ता की हनक दिखाकर गुंडों को संरक्षण देने का काम किया। पुलिस को उसका काम करने से रोका जा रहा है ये बिल्कुल बर्दास्त नहीं होगा।