देहरादून: प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने जा रही है। लेकिन अभी तक पार्टी को यह नहीं पता कि उनका मुख्यमंत्री कौन होगा। मुख्यमंत्री की रेस में फिलहाल पुष्कर सिंह धामी का नाम सबसे आगे चल रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अब तक करीब 6 विधायक पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट छोड़ने को तैयार हो गए हैं। इनमें खानपुर के निर्दलीय विधायक उमेश कुमार शर्मा का भी नाम शामिल है।
गौरतलब है कि बीते दिनों मतगणना में भारतीय जनता पार्टी ने बहुमत पाकर इतिहास रच दिया। भाजपा वह पहली पार्टी बन गई जिसने उत्तराखंड में लगातार दो बार अपनी सरकार बनाई। 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खाते में 57 सीटें आई थी तो इस बार 47 सीटें भाजपा ने अपने कब्जे में की है। हालांकि जिनके चेहरे पर चुनाव लड़ा गया यानी पुष्कर सिंह धामी खुद अपनी खटीमा सीट से चुनाव हार गए।
ऐसे में भाजपा हाईकमान के लिए टेंशन का सबब तो बन गया है। एक तरफ जहां रमेश पोखरियाल निशंक, भगत सिंह कोश्यारी, सतपाल महाराज, अनिल बलूनी जैसे दिग्गजों के नाम मुख्यमंत्री की रेस में सामने आ रहे हैं। वहीं, उत्तराखंड के छह विधायक पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। जी हां, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चंपावत और जागेश्वर के विधायक के बाद अब कुल 6 विधायकों ने पुष्कर सिंह धामी को अपना समर्थन दे दिया है।
सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है की खानपुर से निर्दलीय विधायक बने पत्रकार उमेश कुमार शर्मा भी पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने को तैयार हैं। इसके अलावा बीते दिन चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी और जागेश्वर के विधायक मोहन सिंह मेहरा ने भी अपनी सीट छोड़ने की पेशकश की थी। माना जा रहा है कि बहुत जल्द भाजपा हाईकमान मुख्यमंत्री के चेहरे पर फैसला ले सकता है। देखना दिलचस्प होगा कि क्या पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट से चुनाव हारने के बाद ही मुख्यमंत्री बनते हैं या नहीं।