धौलापुर : राजस्थान में उपचुनाव पूरे जोरो – शोरो से चल रहा है । गर्मियां तो चली गई मगर चुनावी गर्मी का माहौल बना हुआ है । इसी बीच धौलापुर जिले में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा । माना जाता है कि धौलापुर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का मूल गढ़ है । इसीलिए चुनाव से पहले धौलापुर में बीजेपी की जीत का अनुमान लगाया जा रहा था मगर यहां कांग्रेस ने बाज़ी पलट दी और बीजेपी को मुहं की खानी पड़ी । बीजेपी के हाथ से इस बार जिला प्रमुख का पद भी छिन लिया गया है । साथ ही पंचायत समितियों में भी बीजेपी को करारी हार मिली है । इस हार के लिए पार्टी की आपसी फूट को ही जिम्मेदार बताया जा रहा है । हाल ही में पार्टी की अंदरूनी खीचातान खुलकर जनता के सामने आ गई जिसका नतिजा शुक्रवार को आए चुनाव परिणाम में सामने आ गया ।
बीते कुछ समय से पार्टी के बीच की अनमन सामने आने लगी थी हाल ही में पंचायत चुनाव के चरणों के दौरान बीते 24 अक्टूबर को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनीया का जन्मदिन था । उस मौके पर तमाम होर्डिंग्स लगाए गए थे जिसमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की तस्वीर को जगह नहीं दी गई । बाकी पोस्टर में पीएम नरेन्द्र मोदी , गृहमंत्री अमित शाह और स्थानीय सांसद डा. मनोज राजोरिया के फोटो लगाए गए थे । इस तरह की हरकत से पार्टी के भीतर की गुटबाजी को पूरी तरह खोल कर के रख दिया । जाहिर है कि राजे के गढ़ में उन्हें ही सम्मान नहीं मिला तो ऐसे में कैसे जीत का स्वाद बीजेपी चख पाती । वहां दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी के भीतर भी कोई ना कोई हंडकंप मचा रहता है लेकिन उन्होंने एकजुटता को दिखाया और समय रहते डैमेज कंट्रोल कर लिया । लेकिन इसी काम में बीजेपी असफल हो गई । हार की एक और वजह बीजेपी की कमजोर रणनीति को भी माना जा सकता है ।
बीजेपी के हारने से जिला परिषद के 7 वार्ड कांग्रेस के हाथों चले गए । अभी तक जिले के जिला परिषद में कुल 23 वार्डों में से बीजेपी के पास 13 वार्ड थे। वहीं कांग्रेस के पास 6 वार्ड थे। 4 पर बसपा का कब्जा था लेकिन इस बार स्थिति बिल्कुल उलट गई। बीजेपी महज 6 वार्डों में सिमट कर रह गई। कांग्रेस ने 6 वार्ड से आगे बढ़ते हुए 17 वार्डों पर अपना कब्जा जमा लिया । बता दे कि कांग्रेस ने जिला परिषद के वार्ड संख्या 15 से विजयी प्रत्याशी भगवान देवी को जिला प्रमुख का प्रत्याशी बनाया है। वह पूर्व में भी जिला प्रमुख रह चुकी है ।
कांग्रेस के बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के निवास पर प्रेसवार्ता कर उनके नाम की घोषणा की ।आगे पंचायत समितियों का यह परिणाम रहा कि कांग्रेस ने राजखेड़ा को बरकरार रखते हुए धौलपुर पंचायत समिति में बढ़त बनाई है। केवल सैफऊ पंचायत समिति में बीजेपी को बहुमत मिली और बसेड़ी में निर्दलीय पार्टी हावी हैं । अब देखना यह है कि सरमथुरा में कौनसी पार्टी तोड़फोड़ कर अपना प्रधान बना पाती है।