कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन लगाया गया था, अब यह अनलॉक में बदलने लगा है। वहीं अनलॉक में मिली ढील के बाद मंदिरों को सशर्त खोलने की अनुमति मिल गई। जिसके बाद भक्तों का मंदिरों में भीड़ लगाना शुरू हो गया। जिसके चलते मंदिरों में तैनात कई पुजारी कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। संक्रमित होने से रामनगर के गर्जिया मंदिर के पुजारी पूर्ण चंद्र पांडे का भी अचानक निधन हो गया। हालांकि मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है, लेकिन वो कोरोना पॉजिटिव भी थे।
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जानकारी के अनुसार पुजारी का दो-तीन दिन से स्वास्थ्य खराब चल रहा था। रविवार शाम उन्हें हार्ट अटैक पड़ा। हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल ले गए। जहां सोमवार सुबह उनका निधन हो गया। मैक्स हॉस्पिटल में एडमिट कराते वक्त उनका कोरोना सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। जिसमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। रामनगर में स्थित गर्जिया देवी मंदिर देश के सबसे मशहूर शक्तिपीठों में से एक है। पूर्ण चंद्र पांडेय यहां के प्रधान पुजारी थे। वो 79 साल के थे।
सोमवार को उन्होंने दिल्ली के अस्पताल में अंतिम सांस ली। पूर्ण चंद्र पांडेय के परिवार में चार बेटे और चार बेटियां हैं। वो रामनगर के मोहल्ला लखनपुर में रहते थे। उन्होंने अपनी जिंदगी के 50 से ज्यादा साल प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर के उत्थान के लिए समर्पित किए। 50 साल से वो यहां पर प्रधान पुजारी की जिम्मेदारी निभा रहे थे। उनके साथ बेटे मनोज पांडे भी पुजारी का काम करते रहे हैं। उन्होंने गर्जिया मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए कई काम कराए। मुख्य पुजारी के निधन के बाद फिलहाल गर्जिया मंदिर को बंद कर दिया गया है।
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