नैनीताल: भीषण गर्मियों के मौसम की शुरुआत होते ही जंगलों को नजर लग जाती है हर बार गर्मी के मौसम में जंगल धधकने लगते हैं। इस बार भी ऐसा ही हो रहा है। पहले के मुकाबले इस बार कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में आगलगी की घटनाएं रिकॉर्ड तोड़ रही हैं। उत्तराखंड में सोमवार को आग बेकाबू हो गई। जानकारी के अनुसार राज्य में अलग-अलग जगहों पर आग लगने के करीब 88 मामले सामने आए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जहां गढ़वाल मंडल में कुल 45 जगहों पर आग लगी तो वही कुमाऊं में 32 मामले सामने आए हैं। कुमाऊं में सेंचुरी और रिजर्व जोन को मिलाकर 60.9 हेक्टेयर क्षेत्र में आग लगी से नुकसान हुआ है। चौंकाने वाली बात यह है कि एक दिन पहले रविवार को सिर्फ 15 ऐसी घटनाएं सामने आई थी। जबकि दूसरे दिन यानी सोमवार को 88 घटनाएं सामने आई है।
हालांकि, आगलगी की घटनाएं फरवरी से ही शुरू हो गई थी। वह बात अलग है कि तब वन विभाग को ज्यादा टेंशन लेने की जरूरत नहीं थी। लेकिन अब धीरे-धीरे यह घटनाएं ज्यादा बढ़ती जा रही हैं। अप्रैल के महीने में तो वन विभाग के पसीने छूट गए हैं। इधर खुर्पाताल क्षेत्र के जंगल में भी बीते दिन आग लग गई। जिसे वन कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर काबू किया। रेंजर बीएस मेहता की मानें तो अराजक तत्वों ने आग लगी की घटना को अंजाम दिया था।