हल्द्वानी: नगर निगम सोमवार से कुत्तों का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। आवारा जानवरों की संख्या और स्वच्छता के लिहाज से नगर निगम द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। नगर निगम से 98 लोगों ने अभी तक फॉर्म खरीदे हैं। ये जानकारी सामने आई है कि फिलहाल पंजीकरण कुत्तों के लिए हो रहे हैं। निगम क्षेत्र में पाले जाने वाले अन्य पशुओं का रजिस्ट्रेशन नगर निगम एक अगस्त से शुरू करेगा। आगे पढ़ें…
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज कांडपाल ने बताया कि पशुओं की पहचान के लिए गले में लगने वाले प्लास्टिक टैग बन गए हैं। उन्होंने बताया कि पंजीकरण के लिए फार्म में कुत्ते का फोटो, पालने वाले का फोटो और पूरा पता देना होगा। आवेदनकर्ता को अपने कुत्ते के साथ मोबाइल में एक मिनट का वीडियो भी बनाना होगा। पंजीकरण शुल्क 200 रुपए हैं और इसके बाद ही पंजीकरण सफलतापूर्वक होगा। रजिस्ट्रेशन नहीं कराने वाले पशुपालक और कुत्ता पालकों पर नगर निगम जुर्माना भी लगाएगा। डॉ. कांडपाल ने कहा कि निगम क्षेत्र में पाए जा रहे अन्य पशुओं का रजिस्ट्रेशन नगर निगम एक अगस्त से शुरू करेगा। आगे पढ़ें…
नगर निगम की ओर से पंजीकरण शुल्क 200 रुपए रखा गया है। अवधि समाप्त होने पर इसे रिन्यू कराया जाएगा और ऐसा नहीं करने पर 50 रुपए प्रति माह के हिसाब से अर्थदंड देना होगा।नगर निगम क्षेत्र में आवारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। शहर में आवारा कुत्तों के काटने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसके अलावा गायों, घोड़ों-खच्चरों को भी सड़कों पर छोड़ दिया जाता है जो हादसों का सबब बनते हैं। पालतू पशुओं के पंजीकरण के बाद मालिक के लिये पशुओं को इस तरह आवारा छोड़ना आसान नहीं होगा। नियम तोड़ने पर जुर्माने और सजा की कार्रवाई की जायेगी।