देहरादून: दोपहर दो बजे आई सूचना के अनुसार चमोली ( तपोवन) आपदा में फंसे लोगों को बचाने हेतु चलाया जा रहे रेस्क्यू कार्य को रोक दिया गया है। बताया जा रहा है कि धौलीगंगा नदी का जलस्तर पहले से कुछ ज्यादा बढ़ा है। पुलिस ने पास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को भी अलर्ट दे दिया है। उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में जेसीबी मशीन, उपकरण और बचाव दल सुरंग से बाहर निकले जहां बचाव अभियान चल रहा है। 6 बजे का नया अपडेट यह है कि रेस्क्यू को दोबारा शुरू कर दिया गया है।
#WATCH Uttarakhand: JCB machines, equipment and rescue teams exit the tunnel in Joshimath, Chamoli district where rescue operation is underway, as the operation has been temporarily halted due to a rise in the level of water in Rishiganga river. pic.twitter.com/u8JhPqCyFB
— ANI (@ANI) February 11, 2021
चमोली पुलिस के अनुसार नदी में पानी का स्तर बढ़ रहा है, आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क किया जा रहा है। सभी से अपील है कि वह सतर्क रहे। घबराएं नहीं अगर उन्हें मदद की आवश्यकता है तो वह हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें। एनटीपीसी इंजीनियर का कहना है, श्रमिक जो वहां काम कर रहे थे और वर्तमान में वहां हैं, उम्मीद है कि वह सुरक्षित होंगे।
उन्हें 3 दिनों के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, उसके बाद ही उन्हें अंदर भेजने की अनुमति मिलती है। उन्हें समय-समय पर पेप टॉक भी दिया जाता है। सभी उपकरण परीक्षण और प्रमाणित हैं। जो चालक दल वहां काम कर रहा था वह सक्षम है।
एनटीपीसी परियोजना निदेशक उज्जवल भट्टाचार्य ने बताया, हम 6 मीटर की दूरी तक पहुँच गए और फिर महसूस किया कि वहाँ पानी आ रहा है। अगर हम जारी रखते, चट्टानें अस्थिर होतीं, तो समस्याएँ होतीं, उत्खनन होता। इसलिए हमने ड्रिलिंग ऑपरेशन को कुछ समय के लिए रोकने का फैसला किया।
आईटीबीपी टीम का कहना है कि सुरंग में बचाव अभियान अस्थाई रूप से धावा गंगा नदी में जल स्तर में कम वृद्धि के कारण समय के लिए रोक दिया गया लेकिन नदी के प्रवाह में खतरनाक नजर नहीं आ रहा है। बता दें कि रविवार को चमोली में आई आपदा में कुल 204 लोग लापता हो गए हैं। 35 लोगों के शव पुलिस ने बरामद कर लिए हैं और 10 की पहचान भी सामने आ गई है। सुरंग में करीब 35 लोगों के फंसे होने की संभावना है और उन्हें निकालने के लिए युद्ध स्तर पर ऑपरेशन चलाया जा रहा है।