नई दिल्ली: आईपीएल के 16वें संस्करण की शुरुआत धमाकेदार तरीके से हुई है। शुरुआत के मुकाबले ही आखिरी ओवर तक जा रहे हैं, जो फैंस को उत्साहित कर रहे हैं। किसी भी प्रतियोगिता में अगर लीग मुकाबलों में टक्कर देखने को मिलती है तो नॉकआउट का रोमांच एक अलग ही होता है। फिलहाल इन दिनों कोलकाता नाइट राइडर्स को हारी हुई बाजी जीताने वाले रिंकू सिंह की चर्चा पूरे देश में हो रही है।
रिंकू सिंह ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ आखिरी ओवर में 5 छक्के जड़कर इतिहास रच दिया। विश्व जगत के लिए यह पहला मौका था, जब वह भारत के रिंकू सिंह की काबिलियत को देख रहे थे। अलीगढ़ के रहने वाले रिंकू सिंह के लिए क्रिकेट खेलना और आईपीएल तक पहुंचना बिल्कुल भी आसान नहीं रहा था।
परिवार की आर्थिक स्थिति कुछ खास नहीं थी। इसी वजह से रिंकू के पिता गैस सिलेंडर के वेंडर का काम करते थे। रिंकू के क्रिकेट में परिवार की हालत को बदल दिया लेकिन पिता आज भी अपना काम छोड़ने को तैयार नहीं हैं। रिंकू सिंह के पिता खानचंद का कहना है कि उनकी पहचान गैस सिलेंडर वेंडर के रूप में है और वह से नहीं छोड़ सकते।
बेटे की ऐतिहासिक पारी ने पूरे अलीगढ़ को झूमने में मजबूर कर दिया। पिता खानचंद जहां भी जा रहे हैं, वहां लोग उनसे मिठाई मांग रहे हैं।
रिंकू सिंह के पिता ने कहा कि बेटे ने नाम रोशन किया है और वह गर्व महसूस कर रहे हैं। वही अपने काम को लेकर उन्होंने कहा कि यह काम ”मैं नहीं छोड़ सकता क्योंकि इसी काम से मेरा परिवार पल्ला है। हर मां बाप का सपना होता है कि उन्हें बच्चे के नाम से पहचान मिले और मेरा यह सपना पूरा हो गया। अलीगढ़ के लोग उन्हें रिंकू के पिता कह कर बुलाते हैं।”
इसके अलावा रिंकू सिंह युवा क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए हॉस्टल का निर्माण करवा रहे हैं ताकि खिलाड़ियों को मैदान से ज्यादा दूर न जाना पड़े। आईपीएल के खत्म होने के बाद रिंकू द्वारा हॉस्टिल का शुभारंभ किया जाएगा