हल्द्वानी: ऋषभ पंत का नाम आते ही सबसे पहला ख्याल भारतीय क्रिकेट के भविष्य का आता है। ये य़ुवा खिलाड़ी बार-बार लोगों को अहसास दिलाता है कि भारतीय क्रिकेट नींव काफी मजबूत है। पंत के लिए आईपीएल सीजन-11 के लिए अच्छा साबित हो रहा है। अपनी पारी के दम पर वो लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहे है। उन्होंने पहले मैच से ही आईपीएल में अपनी प्रतिभा की चमक दिखाना शुरू किया। एक बार फिर रुड़की के ऋषभ पंत ने उत्तराखण्ड का मान दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग में बढ़ाया है।
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दिल्ली के इस सितारे ने आरसीबी के खिलाफ 85 रनों की पारी खेली। अपनी इस पारी में पंत ने 7 छक्के और 6 चौके लगाए। उन्होंने केवल 47 गेंदों का सामना किया। आईपीएल सीजन-11 में पंत की ये पहली फिफ्टी है लेकिन वो पहले मैच से ही अच्छी लय में दिख रहे है। उन्होंने अब तक 28,20,47 और 43 रनों की पारियां खेली थी। फैंस भी पंत के बल्ले से लंबी पारी देखने तो चाहा रहे थे।
दिल्ली और आरसीबी के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली ने निर्धारित 20 ओवर में 174 रन बनाए। पंत के 85 रनों के अलावा अय्यर ने 52 रन बनाए। दिल्ली की बल्लेबाजी इन दोनों बल्लेबाजों के साए में ही घूमती रही। ऋषभ पंत पर आईपीएल से पहले खासा दवाब था। बांग्लादेश के खिलाफ उनकी सीरीज कुछ खास नहीं रही थी। उनके चयन पर भी लोगों ने सवाल खड़े किए थे क्योकि क्रिकेट उन्हें धोनी के उत्तराधिकारी के रूप में देखता हैं।
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पंत ने एक बार फिर साबित किया कि वो कितना दम रखते हैं। इतनी छोटी सी उम्र में वो टीम के बल्लेबाजी स्तंभ बने हैं। बता दे कि साल की शुरुआत में पंत ने 32 गेंदों में शतक जड़ इतिहास रच दिया था। वो भारत की ओर से टी-20 में सबसे तेज़ शतक बनाने वाले बल्लेबाज बनाए । इंटरनेशनल की बात करें तो ये रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम है जिन्होंने 35 गेंदों में ये कारनामा किया है।