नई दिल्ली: पहाड़ का नाम सुनते ही हम देवभूमिवासियों को अपने-अपने गांव याद आने लगते हैं। गांव याद आते हैं तो वहां की सभ्यताएं और रहन सहन याद आता है। वही रहन सहन, जो हम पहाड़ी दुनिया के किसी भी कोने में जाने पर भी नहीं भूलते। ऋषभ पंत भी नहीं भूले हैं। भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे को पहाड़ की एक एक बात याद है। इसकी बानगी ऋषभ की ताजा इंस्टाग्राम स्टोरी से साफ देखी जा सकती है।
दरअसल पहाड़ी टोपी देवभूमि वासियों के लिए बहत मायने रखती है। सिर्फ इसकी खूबसूरती को ही देखें तो इसे पहने बिना रहा ना जाए। हालांकि आज के दौर में ये टोपियां कम देखने को मिलती हैं। मगर युवाओं द्वारा इसे चलन में लेकर आने के लिए पूरी कोशिशें की जा रही हैं। पहले उत्तराखंड के लाल पवनदीप राजन और अब पहाड़ के बेटे ऋषभ पंत ने टोपी की वैल्यू बढ़ा दी है।
बता दें कि ऋषभ पंत ने अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर की है। जिसमें वह उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पहने जाने वाली टोपी को सिर पर पहने हुए हैं। उन्होंने फोटो के साथ लिखा है कि ” इस टोपी को देखने के बाद अपने मूल गांव की याद आ गई”। ऋषभ ने आगे लिखा कि इस टोपी को कुछ लोग तो आसानी से पहचान लेंगे।
गौरतलब है कि ऋषभ पंत इस वक्त दुबई में मौजूद हैं। वह आइपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। बता दें कि दिल्ली की टीम प्लेऑफ में पहुंच चुकी है। इस टूर्नामेंट के बाद ऋषभ पंत भारतीय जर्सी में वर्ल्ड टी20 में खेलते दिखेंगे। पूरे उत्तराखंड को अपने बेटे और इस चहेते खिलाड़ी से बहुत सी उम्मीदें हैं। रुड़की में जन्मे ऋषभ समय-समय पर पहाड़ के साथ अपना प्रेम जाहिर करते रहते हैं।
हमें भी चाहिए पवनदीप वाली टोपी
उत्तराखंड का नाम पूरे देश में रौशन करने वाले इंडियन आइडल विजेता गायक पवनदीप राजन ने तो पहाड़ के प्रति गजब का प्यार दिखाया है। इंडियन आइडल शो के दौरान पवन ने इसी पहाड़ी टोपी को लगभग हर एपिसोड में पहना। जिस वजह से युवाओं से लेकर पवन के प्रशंसकों में पहाड़ी टोपी को खरीदने की होड़ लगी हुई है।
बता दें कि कई जगह तो बाजार में टोपियों की दुकानों पर लोग ये कहर टोपी मांग रहे हैं कि “हमें भी पवनदीप जैसी टोपी चाहिए”। गौरतलब है कि पवनदीप राजन ने अपनी गायकी से तो हर किसी का दिल जीता ही। मगर उनका नेक दिल और पहाड़ को आगे लेकर जाने की सोच ने हर किसी को उनका दीवाना बना दिया है। कुल मिलाकर पहाड़ी टोपी की वैल्यू बढ़ाने में पवनदीप का बड़ा योगदान रहा है।